उत्तराखंड
स्थानीय बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों की कीमत पर नहीं होगा हाईवे निर्माण: DM

देहरादून: जिलाधिकारी सविन बंसल ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि स्थानीय बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा और सुविधा को दरकिनार कर हाईवे का निर्माण स्वीकार्य नहीं होगा। बल्लुपुर-पावंटा राष्ट्रीय राजमार्ग के संबंध में मंगलवार को जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह की संयुक्त अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह बात सामने आई। इस बैठक में एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के अधिकारियों और संबंधित ग्रामीणों के साथ चर्चा हुई, जिसमें दोनों पक्षों के विचार सुने गए।

जिलाधिकारी ने एनएचएआई अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि ग्रामीणों द्वारा दायर रिट पिटीशन और उनके आवेदनों पर एक सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। इसके साथ ही, हाईवे में बने अंडरपास की सुरक्षा को लेकर मानसून सीजन के दृष्टिकोण से प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने को कहा गया। डीएम ने जोर देकर कहा कि नाले पर बने अंडरपास को जलभराव की समस्या से मुक्त और पूर्ण रूप से सुरक्षित साबित करना एनएचएआई की जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि अंडरपास की तकनीकी रिपोर्ट को तत्काल प्रभाव से ग्रामीणों के साथ साझा किया जाए।

जिलाधिकारी ने चेतावनी दी कि यदि निर्माण योजना में कोई खामियां पाई गईं, तो उन्हें तुरंत ठीक किया जाए। उन्होंने कहा, “जनमानस की कीमत पर कोई समझौता नहीं होगा। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सुविधा और सुरक्षा सर्वोपरि है।” इसके अलावा, एनएचएआई और उप जिलाधिकारी विकासनगर को मौके पर जाकर ग्रामीणों की समस्याओं का जायजा लेने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया। डीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि निर्देशों की अवहेलना होने पर माननीय हाईकोर्ट को प्रतिकूल रिपोर्ट दी जाएगी।


बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, उप जिलाधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी, उप जिलाधिकारी विकासनगर विनोद कुमार, एनएचएआई मैनेजर राहुल मीना, एनएचएआई के सुमित कुमार सिंह, आरके दिनकर, ओमप्रकाश सिंह के साथ-साथ स्थानीय ग्रामीणों में मौ. आबिद, हनीफ आबिद, सराफत अली, मोहसिन अली, सुमन भट्ट और संजय दत्त भट्ट आदि उपस्थित रहे।