बागेश्वर

बागेश्वर में भ्रष्टाचार पर बड़ी कार्रवाई: जिला सैनिक कल्याण अधिकारी 50 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार

बागेश्वर:  भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत कुमाऊं विजिलेंस टीम ने शनिवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। टीम ने बागेश्वर के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

आरोप और शिकायत

आरोप के अनुसार, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी एक पूर्व सैनिक से उसकी सेवा विस्तार के बदले में रिश्वत की मांग कर रहा था। शिकायतकर्ता एक सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी है जो उपनल के माध्यम से सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत है और उसका 11 महीने का अनुबंध है।

गिरफ्तार अधिकारी का विवरण

गिरफ्तार अधिकारी:

  • नाम: सुबोध शुक्ला (सेवानिवृत्त कर्नल)
  • पद: जिला सैनिक कल्याण अधिकारी, बागेश्वर
  • मूल निवास: ग्राम रामपुर, बिरसिंघपुर, पाली, बांधीगढ़, जिला उमरिया, मध्य प्रदेश
  • वर्तमान निवास: गेस्ट हाउस, सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय परिसर, बागेश्वर

विजिलेंस की कार्रवाई

शिकायत की सत्यता की जांच के बाद हल्द्वानी सीओ विजिलेंस अनिल सिंह के नेतृत्व में तत्काल एक ट्रैप टीम का गठन किया गया। विजिलेंस टीम ने नियमों के अनुसार कार्रवाई करते हुए आरोपी अधिकारी को रिश्वत लेने के दौरान गिरफ्तार कर लिया।

ऑपरेशन का विवरण:

  • टीम लीडर: अनिल सिंह, सीओ विजिलेंस, हल्द्वानी
  • कार्रवाई का दिन: शनिवार, 24 मई 2025
  • रिश्वत की राशि: 50,000 रुपये
  • आरोप: सेवा विस्तार के बदले रिश्वत की मांग

मामले का पूरा विवरण

विजिलेंस अधिकारियों के अनुसार, शिकायतकर्ता ने बताया कि वह एक सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी है और वर्तमान में उपनल के माध्यम से सैनिक कल्याण विभाग में काम कर रहा है। उसका 11 महीने का अनुबंध समाप्त होने वाला था और सेवा विस्तार के लिए जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सुबोध शुक्ला द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी।

सतर्कता निदेशक की अपील

सतर्कता निदेशक वी. मुरुगेशन ने जनता से अपील करते हुए कहा है कि यदि कोई भी सरकारी व्यक्ति रिश्वत की मांग करता है तो वे निम्नलिखित हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं

भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान

यह गिरफ्तारी उत्तराखंड सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे व्यापक अभियान का हिस्सा है। विजिलेंस विभाग लगातार भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।

मामले की विशेषताएं:

  • रंगे हाथों गिरफ्तारी: ट्रैप ऑपरेशन के दौरान पकड़ा गया
  • संवेदनशील विभाग: सैनिक कल्याण जैसे महत्वपूर्ण विभाग में भ्रष्टाचार
  • पूर्व सैनिक का शोषण: सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी से रिश्वत की मांग

आगे की कार्रवाई

विजिलेंस टीम आगे की कानूनी कार्रवाई में जुटी है। आरोपी अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। जांच के दौरान यह भी देखा जाएगा कि क्या इस प्रकार की अन्य घटनाएं भी हुई हैं।

सामाजिक प्रभाव

यह मामला विशेष रूप से चिंताजनक है क्योंकि यह सैनिक कल्याण विभाग से जुड़ा है, जो देश की सेवा करने वाले पूर्व सैनिकों की सहायता के लिए बना है। इस प्रकार के भ्रष्टाचार से उन लोगों को नुकसान होता है जिन्होंने राष्ट्र की सेवा की है।

विजिलेंस विभाग का यह कदम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और यह संदेश देता है कि कोई भी व्यक्ति, चाहे वह कितने भी ऊंचे पद पर हो, कानून से ऊपर नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button