अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस: पीएम मोदी ने ‘योग 2.0’ की शुरुआत का किया आह्वान
विशाखापत्तनम में 3 लाख लोगों के साथ योग, 'योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ' को बनाने की अपील

विशाखापत्तनम: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के बंदरगाह शहर विशाखापत्तनम में तीन लाख लोगों के साथ योग किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने ‘योग 2.0’ की शुरुआत का आह्वान करते हुए कहा कि आंतरिक शांति को वैश्विक नीति बनाने की जरूरत है।
‘योग 2.0’ – मानवता के लिए नई शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “दुनिया भर में कुछ तनाव की स्थिति बनी हुई है। मेरा विश्व से अनुरोध है कि इस योग दिवस को मानवता के लिए योग 2.0 की शुरुआत मानें, जहां आंतरिक शांति वैश्विक नीति बन जाए।”
उन्होंने जोर दिया कि योग एक ऐसा विराम बटन है जिसकी मानवता को सांस लेने, संतुलन बनाने और पुनः संपूर्ण बनने के लिए आवश्यकता है। “योग एक महान व्यक्तिगत अनुशासन है, यह एक ऐसी प्रणाली है जो लोगों को ‘मैं’ से ‘हम’ की ओर ले जाती है,” पीएम मोदी ने कहा।
‘योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’ – नया मंत्र
पीएम मोदी ने ‘योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’ को वैश्विक संकल्प बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि योग को एक जन आंदोलन बनाना होगा – “एक ऐसा आंदोलन, जो विश्व को शांति, स्वास्थ्य और समरसता की ओर ले जाए।”
प्रधानमंत्री ने विजन साझा करते हुए कहा:
- हर व्यक्ति दिन की शुरुआत योग से करे
- हर समाज योग से जुड़े और तनाव से मुक्त हो
- योग मानवता को एक सूत्र में पिरोने का माध्यम बने
योग की सार्वभौमिकता पर जोर
पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि योग सीमाओं, पृष्ठभूमि, उम्र या शारीरिक क्षमता से परे सभी के लिए है। “यह एक ऐसा उपहार है जो मानवता को स्वास्थ्य, सद्भाव और चेतना में जोड़ता है,” उन्होंने कहा।
संयुक्त राष्ट्र की पहल को किया याद
प्रधानमंत्री ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने की भारत की पहल को याद किया। उन्होंने कहा, “बहुत ही कम समय में 175 देश इस पहल का समर्थन करने के लिए आगे आए। ऐसी एकता और जबरदस्त वैश्विक समर्थन वास्तव में असाधारण था।”
पीएम मोदी ने कहा कि यह केवल एक प्रस्ताव पर सहमति नहीं थी, बल्कि मानवता की भलाई के लिए उठाया गया एक सामूहिक कदम था। “आज हम देख सकते हैं कि योग दुनिया भर में कई लोगों के जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है,” उन्होंने कहा।
मुख्य अतिथि
इस कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भी भाग लिया। पीएम मोदी ने उनके प्रेरणादायक नेतृत्व और इस शानदार कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए उनकी सराहना की।
विशाखापत्तनम की प्रशंसा
प्रधानमंत्री ने विशाखापत्तनम शहर की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह “प्रकृति और प्रगति का खूबसूरती से मिश्रण करने वाला शहर है।” उन्होंने आंध्र प्रदेश द्वारा योग को बढ़ावा देने की सार्थक पहल की सराहना की।