उत्तराखंड

नींबू को लगी महंगाई की नजर

उत्तराखंड में आसमान चढ़ते दाम से ग्राहकों का जी खट्टा
जानकर चौंक जाएंगे इतने रुपये किलो बिक रहा

देहरादून। गर्मी में राहत का पहला पेय नींबू पानी…. मगर इस बार वह अभी से इतना महंगा है कि लोग हैरान हैं। अधिकतम सौ रुपये किलो मिलने वाला नींबू इन दिनों 320 रुपये किलो तक पहुंच गया है। वह भी तब जब अभी गर्मी अपने शबाब पर भी नहीं पहुंची है। जानकार आने वाले वक्त में नींबू की कीमतों में भारी उछाल की आशंका जता रहे हैं। प्रदेश में नींबू का उत्पादन बहुत ज्यादा नहीं होता। सप्लाई दक्षिण भारतीय राज्यों से होती है। मंडी विशेषज्ञों के अनुसार, अभी नींबू चेन्नई और गुजरात से आ रहा है। सप्लाई बहुत कम होने के कारण कीमतों में बढ़ोत्तरी हुई है। वैसे भी इस वर्ष उत्पादन भी काफी कम हुआ है, जिसके कारण आपूर्ति काफी कम हो रही है।  निरंजनपुर स्थित बड़ी मंडी में नींबू 240 से 280 रुपये प्रति किलो के दाम पर बिक रहा है। मंडी सचिव विजय थपलियाल ने बताया कि रमजान और गर्मिंयों में नींबू की डिमांड बढ़ जाती है। हमारे यहां चेन्नई, आंध्रा व बंगलुरु से सबसे ज्यादा सप्लाई होती है जबकि बीच में पडऩे वाले ज्यादातर राज्य अपने उत्पादन का खुद इस्तेमाल करते हैं। नींबू के दाम चढऩे का एक कारण और भी है। दक्षिण भारत से उत्तराखंड़ के लिए आ रहे वाहनों को व्यापारी बीच में ही रोककर माल खरीद लेते हैं। दिल्ली, एनसीआर के मार्केट में उसकी काफी अधिक डिमांड है। ऐसे में वो वाहन को माल लेकर उत्तराखंड़ नहीं आने देते और बीच में ही माल बिक जाता है।

दिल्ली-राजस्थान से भी घटी सप्लाई
नींबू की नियमित डिमांड वाले होटल, रेस्त्रां, हॉस्टल और वैडिंग प्वाइंट संचालक अभी तक राजस्थान और दिल्ली से 80 से 100 कट्टे मंगवा रहे थे। उनकी सप्लाई घटकर 20 कट्टे तक पहुंच गई है। अभी जो नींबू बाजार में हैं, उनका आकार छोटा है। उसका छिलका मोटा है और उसमें रस काफी कम है। अगर आजकल कुछ दिन बारिश हो जाए तो यह अपने मूल आकार-प्रकार में आ जाएंगे। अभी जो नींबू बिक रहा है, यह दो-तीन दिन में खराब होने लगता है। ऐसे में लोग इस नींबू को खरीदने में सतर्कता भी बरतते हैं।

नींबू ने पहली बार दिखाए तेवर
देहरादून में नींबू ने कीमतों में उछालकर पहली बार तेवर दिखाए हैं। आमतौर पर प्याज और टमाटर की कीमतें आसमान छूती थी, लेकिन इस बार नींबू ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। खास बात है कि प्याज और टमाटर के विकल्प मौजूद हैं। जबकि नींबू का कोई विकल्प नहीं है। अच्छी क्वालिटी के नींबू का एक दाना 10 रुपये का मिल रहा है। वहीं, पांच रुपये में खराब क्वालिटी वाले नींबू का एक पीस मिल रहा है। यह ज्यादातर नींबू हरे हैं, जिनके छिलके भी काफी मोटे हैं। इन नींबू पर रस भी नहीं निकल रहा है। जो 10 रुपये वाला दाना है, उसका छिलका भी पतला है और रस भी खूब निकल रहा है।

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