
देहरादून : जम्मू-कश्मी के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। इसके तहत भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को तत्काल वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसी क्रम में देहरादून में भी शॉर्ट टर्म वीजा पर आए पाक नागरिकों की पहचान कर उन्हें रवाना किया जा रहा है।
देहरादून के विकासनगर क्षेत्र में रह रहे एक पाकिस्तानी दंपती
आसिफ महमूद और उसकी पत्नी दुआ बिन तारिक — को जिला प्रशासन ने नोटिस जारी करते हुए तत्काल शहर छोड़ने का निर्देश दिया। इसके बाद बृहस्पतिवार शाम दोनों सहारनपुर के लिए रवाना हो गए, जहां से वे दिल्ली होते हुए पाकिस्तान लौटेंगे। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि दंपती को प्रशासनिक निगरानी में सहारनपुर भेजा गया।
इस बीच एक अलग मामला भी सामने आया जिसने प्रशासन को संवेदनशील निर्णय लेने पर मजबूर कर दिया। दरअसल, देहरादून के सहसपुर क्षेत्र में रहने वाली एक भारतीय महिला की शादी पाकिस्तान में हुई थी। शादी के बाद महिला के दो बच्चे हुए, जो जन्म से ही पाकिस्तानी नागरिक बन गए। बाद में महिला का अपने पति से तलाक हो गया और वह बच्चों के साथ भारत लौट आई।
जब प्रशासन ने पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान शुरू की तो यह मामला भी प्रकाश में आया। चूंकि बच्चों की मां भारतीय नागरिक हैं और वे अब भारत में ही स्थायी रूप से रह रही हैं, लिहाजा प्रशासन ने इन दोनों बच्चों को अपनी मां के साथ देहरादून में रहने की अनुमति दे दी है।
फिलहाल जिले में कुल 217 पाकिस्तानी नागरिक पाए गए हैं, जिनमें 210 हिंदू शरणार्थी हैं और बाकी पांच मुस्लिम। इनमें तीन महिलाएं देहरादून में शादी कर चुकी हैं, जबकि दो बच्चे उक्त भारतीय महिला के हैं। सिर्फ दो व्यक्ति — उक्त पाकिस्तानी दंपती — को वापस भेजा गया है।