देहरादून
करवाचौथ की तैयारी जोरो पर है इस मौके पर महिलाएं बाजार में मेंहदी लगा रही है तो कोई चूड़ियां खरीद रही है कोई साड़ी खरीद रही है न्यूज़ बुलेटिन की टीम मिलवाती है ऐसी औरतों से जिनमें करवाचौथ को लेकर क्रेज बना हुआ है ।
करवाचौथ के रंग में रंगा बाज़ार , बाजारों में रौनक छाई है। मान्यता है कि द्रौपदी ने भी पांडवों को संकट से मुक्ति दिलाने के लिए करवा चौथ का व्रत रखा था। करवा चौथ का व्रत विवाह के 16 या 17 सालों तक करना अनिवार्य होता है। यह कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो स्त्री इस व्रत को करती है, उसके पति की उम्र लंबी होती है। इसलिए महिलाएं इस अवसर को बड़ी हर्ष और उल्लास से मनाती हैं ।
सबसे पहले इस व्रत को शक्ति स्वरूपा देवी पार्वती ने भोलेनाथ के लिए किया था। इसी व्रत से उन्हें अखंड सौभाग्य की प्राप्ति भी हुई थी। इसलिए सुहागन औरते अपने पतियों की लंबी उम्र की कामना के लिए ये व्रत रखती हैं और देवी पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं।