
देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार और चिकित्सा शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार का लक्ष्य है कि राज्य के प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाए, ताकि भविष्य में उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा का प्रमुख केंद्र बन सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग इस दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से जहां स्थानीय युवाओं को MBBS और PG चिकित्सा शिक्षा के अधिक अवसर मिलेंगे, वहीं राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का स्तर भी मजबूत होगा।
वर्तमान में उत्तराखंड में पांच सरकारी और चार निजी मेडिकल कॉलेज संचालित हैं, जिनमें MBBS और विभिन्न पीजी कोर्सों की सीटें उपलब्ध हैं। बढ़ती मांग और बढ़ते स्वास्थ्य ढांचे को देखते हुए सरकार ने नर्सिंग और पैरामेडिकल संस्थानों में भी सीटें बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
नई नीति का उद्देश्य न केवल मेडिकल सीटों में वृद्धि करना है, बल्कि हर जिले में बेहतर स्वास्थ्य अवसंरचना विकसित करना है, ताकि मरीजों को उच्च स्तर की सुविधाएँ अपने ही जिले में मिल सकें और बड़े शहरों पर निर्भरता कम हो।
सरकार का मानना है कि आने वाले वर्षों में इन कदमों का प्रत्यक्ष प्रभाव राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं पर दिखाई देगा और उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा और उपचार सुविधाओं के क्षेत्र में एक उदाहरण स्थापित करेगा।