उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो रही है। पिछले साल यात्रा सीजन में पुराने सभी रिकॉड टूटे थे। करीब 50 लाख यात्री चारधाम के लिए उत्तराखंड पहुंचे थे। इस बार भी यात्रा रूट पर मौजूद इन शहरों में और अधिक दबाव की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में अभी से ही व्यवस्थाएं चाक चौबक जा रही है। ताकि यात्रा सीजन में अव्यवस्थाओं का सामना न करना पड़े।
शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का कहना कि है शहरी विकास विभाग जल्द ही अपनी नई रणनीति पर काम करेगा। यात्रा रूट पर पड़ने शहरों में सॉलिड वैस्ट मैनेजमेंट को लेकर व्यापक प्लान तैयार करेगा। शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का साफ कहना है कि चारधाम यात्रा रूट पर पड़ने वाले सभी 27 शहरों में इन यात्रा सीजन के दौरान प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबंधित रखा जाएगा।
प्लास्टिक प्रतिबंध को लेकर भी शहरी विकास रूप से धरताल पर उतारने के लिए मैन पवार की व्यवस्था की करनी पड़ी तो उसको भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यात्रा रूट पर पड़ने वाले सभी 27 शहरों में सॉलिड वेस्ट मैनजमेंट को लेकर के पहले से ही काम चल रहा है यात्रा सीजन के दौरान दबाव बढ़ने पर शहरी विकास विभाग की और से अतिरिकक्त व्यवस्था भी की जाएगी।
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चारधाम नदियों को लेकर भी शहरी विकास विभाग पूरी तरह से अलर्ट पर है। बीते साल जिस तरह से तमान वीडियो सोशल मीडिया पर नदियों में कूड़ा डालने के वारयल हुए थे उसकी वजह से शहरी विभाग पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है। नदियों में किसी भी तरह की गंदगी न डाली जाए इसके तमाम इंतजामात किए जा रहे है। बता दे बीते साल सीजन में जगह जगह कूड़े के ढ़ेर लग रहे गए थे। हिमालय में बसे केदारनाथ में प्लास्टिक कचरा का अंबार देखने को मिला था यही वजह हे कि अभी से प्लास्टिक पर लगाने के कवायद की जा रही है।