
उत्तराखंड की धामी सरकार द्वारा चलाए जा रहे अवैध धार्मिक स्थलों के खिलाफ अभियान के तहत देहरादून में एक और कार्रवाई की गई है। बीती रात प्रशासन ने दून अस्पताल के मुख्य गेट के पास बनी एक मजार को अवैध मानते हुए बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। यह मजार लंबे समय से चर्चाओं में थी और अब इसे सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा मानते हुए हटाया गया है।
जानकारी के अनुसार, ऋषिकेश निवासी पंकज गुप्ता ने इस मजार को लेकर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के आधार पर राजस्व विभाग, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, और दून अस्पताल प्रशासन की संयुक्त टीम ने जांच की। जांच में पाया गया कि मजार सरकारी भूमि पर बिना किसी वैध दस्तावेजों के बनाई गई थी।
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दून अस्पताल में बनी अवैध मजार पर चला धामी सरकार का बुल्डोजर
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— Shubham Singh Yadav (@ShubhamYadav645) April 26, 2025
देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि मजार से संबंधित कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए, न ही वहां मौजूद खादिम कोई प्रमाण दे सका। ऐसे में मजार को अवैध घोषित कर देर रात कार्रवाई की गई। ध्वस्तीकरण के दौरान मलबे से कोई धार्मिक अवशेष भी नहीं मिले।
यह कार्रवाई उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रदेश भर में चलाए जा रहे अवैध मजारों, मदरसों और मंदिरों के खिलाफ अभियान का हिस्सा है। अब तक राज्य में 500 से अधिक अवैध मजारें, 135 अवैध मदरसे और 50 से अधिक अवैध मंदिर हटाए जा चुके हैं।
इससे पहले 22 अप्रैल को रुद्रपुर में नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण में बाधा बन रही एक मजार को भी हटाया गया था, जिसके खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। धामी सरकार का कहना है कि यह अभियान धार्मिक नहीं बल्कि अवैध अतिक्रमण के खिलाफ है, और इसमें किसी भी धर्म के अवैध निर्माण को हटाया जा रहा है।