उत्तराखंडसामाजिक

नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अन्तर्गत राज्य परियोजना कार्यालय से की गयी ऑन-लाईन समीक्षा बैठक

उत्तराखंड 

मंगलवार को नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अन्तर्गत राज्य परियोजना कार्यालय से जनपदों तथा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के साथ कार्यक्रम की समीक्षा बैठक ऑन-लाईन सम्पादित की गयी। नव भारत साक्षरता कार्यक्रम उत्तराखण्ड राज्य के 05 जनपदों (हरिद्वार, टिहरी, उत्तरकाशी, चम्पावत एवं ऊधम सिंह नगर) में संचालित किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्देश्य 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के निरक्षरों को साक्षर किया जाना है।

बैठक में अपर राज्य परियोजना निदेशक, डॉ० मुकुल कुमार सती द्वारा जनपदों को दिये गये भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्यों को समयबद्ध पूर्ण किये जाने तथा इस कार्यक्रम का पोस्टर, बैनर, वाल राइटिंग तथा रैलियों के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही शिक्षार्थियों के पठन-पाठन हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत / वार्ड के विद्यालयों में जन चेतना केन्द्र स्थापित किये जाने के भी निर्देश दिये गये।

उप राज्य परियोजना निदेशक आकाश सारस्वत द्वारा जनपदों को अवगत

कराया गया कि माह सितम्बर 2023 में आधारभूत साक्षरता एवं अंकीय ज्ञान पर

आधारित मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है।

एस.सी.ई.आर. द्वारा नव भारत साक्षरता कार्यक्रम हेतु विकसित प्राइमर ( उजास शिक्षा की तैयार किया गया है। जिस पर एस.सी.ई.आर.टी समन्वयक डॉ० हरेन्द्र अधिकारी द्वारा विस्तृत जानकारी दी गयी।

नव भारत साक्षरता कार्यक्रम ऑन लाईन बैठक में राज्य स्तर से एम. एम. जोशी, उपराज्य परियोजना निदेशक एवं हरीश नेगी, राज्य समन्वयक एन.आई.एल.पी. द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।

। नव भारत साक्षरता कार्यक्रम उत्तराखण्ड राज्य के 05 जनपदों (हरिद्वार, टिहरी, उत्तरकाशी, चम्पावत एवं ऊधम सिंह नगर) में संचालित किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्देश्य 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के निरक्षरों को साक्षर किया जाना है।

बैठक में अपर राज्य परियोजना निदेशक, डॉ० मुकुल कुमार सती द्वारा जनपदों को दिये गये भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्यों को समयबद्ध पूर्ण किये जाने तथा इस कार्यक्रम का पोस्टर, बैनर, वाल राइटिंग तथा रैलियों के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही शिक्षार्थियों के पठन-पाठन हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत / वार्ड के विद्यालयों में जन चेतना केन्द्र स्थापित किये जाने के भी निर्देश दिये गये।

उप राज्य परियोजना निदेशक आकाश सारस्वत द्वारा जनपदों को अवगत

कराया गया कि माह सितम्बर 2023 में आधारभूत साक्षरता एवं अंकीय ज्ञान पर

आधारित मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है।

एस.सी.ई.आर. द्वारा नव भारत साक्षरता कार्यक्रम हेतु विकसित प्राइमर ( उजास शिक्षा की तैयार किया गया है। जिस पर एस.सी.ई.आर.टी समन्वयक डॉ० हरेन्द्र अधिकारी द्वारा विस्तृत जानकारी दी गयी।

नव भारत साक्षरता कार्यक्रम ऑन लाईन बैठक में राज्य स्तर से एम. एम. जोशी, उपराज्य परियोजना निदेशक एवं हरीश नेगी, राज्य समन्वयक एन.आई.एल.पी. द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।

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