रामनवमी पर मुख्यमंत्री धामी ने किया अखंड रामायण पाठ का वर्चुअल संबोधन

रामनवमी के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ स्थित पांखू के माँ कोकिला कोठग्याड़ी मंदिर में आयोजित अखंड रामायण पाठ को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने प्रभु श्रीराम को मर्यादा, भक्ति, त्याग और धर्म का प्रतीक बताते हुए कहा कि रामायण केवल एक ग्रंथ नहीं, बल्कि हमारे जीवन का मार्गदर्शक है।
उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम का जीवन हमें यह सिखाता है कि कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी धर्म और मर्यादा का पालन कैसे किया जाए। माता सीता की पवित्रता, लक्ष्मण की सेवा भावना, भरत का त्याग और हनुमान जी की भक्ति – ये सभी हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे पवित्र धर्मग्रंथों का अखंड पाठ हमारे आत्मबल को सशक्त करने, वातावरण को सात्त्विक बनाने और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने का कार्य करता है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और प्रभु श्रीराम से उत्तराखंड की समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
उन्होंने कहा कि यह अत्यंत गर्व और आनंद का विषय है कि 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद रामनवमी का पर्व दूसरी बार प्रभु श्रीराम लला अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजमान होकर मनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि यह हम सभी का सौभाग्य है कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के अटूट संकल्प और अथक प्रयासों से अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का सपना साकार हुआ है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे प्रभु श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं और समाज में ईमानदारी, सेवा, प्रेम और सद्भावना के साथ जीवन यापन करने का संकल्प लें।
इस अवसर पर गंगोलीहाट विधायक श्री फकीर राम टम्टा, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री गिरीश जोशी, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष श्री मनोज कार्की, महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी वीरेन्द्रानंद जी महाराज, श्रीमती कल्पना देवलाल (महापौर, नगर निगम पिथौरागढ़), श्रीमती दीपिका बोहरा (प्रशासक, जिला पंचायत), श्रीमती शशिकला सत्याल (जिला संयोजक, शिक्षिका प्रकोष्ठ) तथा अन्य स्थानीय गणमान्यजन उपस्थित रहे।
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