एक पेड़ मां के नाम” — बदरीनाथ धाम में वन महोत्सव के तहत वृक्षारोपण कार्यक्रम संपन्न

बदरीनाथ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हरित भारत अभियान “एक पेड़ मां के नाम” के तहत आज बदरीनाथ धाम में एक व्यापक वृक्षारोपण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम का नेतृत्व बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती ने किया।वन महोत्सव के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में बीकेटीसी, वन विभाग, जिला पुलिस-प्रशासन, तीर्थ पुरोहितों और बामणी गांव के जागरूक लोगों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। बदरीनाथ धाम के निकटवर्ती स्थानों में विभिन्न प्रकार के पौधों का रोपण किया गया।
बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती ने कहा कि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यावरण लगातार बिगड़ता जा रहा है और निरंतर हो रही भूस्खलन की घटनाओं को रोकने तथा पर्यावरण संरक्षण हेतु वृक्षारोपण अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भविष्य का निर्माण भी करता है।(बदरीनाथ)
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि आज के वृक्षारोपण कार्यक्रम में बांज, बुरांस, देवदार, और तुलसी जैसे स्थानीय और धार्मिक महत्व के पौधों का रोपण किया गया। इन पौधों का चयन विशेष रूप से हिमालयी क्षेत्र की जलवायु और पारिस्थितिकी तंत्र को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
कार्यक्रम की शुरुआत धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल द्वारा सभी पेड़-पौधों की पूजा-अर्चना के साथ हुई। इस पारंपरिक रीति-रिवाज के बाद सभी अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने मिलकर पौधारोपण में भाग लिया। यह कार्यक्रम न केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को भी संजोता है।
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, थाना प्रभारी नवनीत भंडारी, अवर अभियंता गिरीश रावत, प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, जगमोहन बर्त्वाल, विपिन डिमरी, फूलों की घाटी गोविंद घाट रेंज से अजय रावत, अजीत भंडारी, विश्वनाथ, धीरज मेहता, संजय भंडारी, दिनेश भट्ट, दफेदार कुलानंद पंत, हरीश जोशी, और राहुल मैखुरी सहित कई अन्य अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत देश भर में चलाए जा रहे पर्यावरण संरक्षण मिशन का हिस्सा है। इस अभियान का उद्देश्य न केवल वृक्षारोपण को बढ़ावा देना है, बल्कि जनमानस में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना भी है।
बदरीनाथ जैसे पवित्र धाम में इस प्रकार के पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम का आयोजन इस बात का प्रमाण है कि धार्मिक स्थलों पर भी पर्यावरण संरक्षण को उतनी ही प्राथमिकता दी जा रही है। यह कार्यक्रम तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कैसे धर्म और पर्यावरण संरक्षण एक साथ चल सकते हैं।