ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सटीक कार्रवाई से आतंकी ढांचे पर करारा प्रहार

नई दिल्ली: भारत सरकार ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक सैन्य अभियान चलाया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री का बयान:
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि इस हमले की जिम्मेदारी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने दो सप्ताह बीतने के बावजूद हमले में शामिल आतंकियों और उनके ढांचों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि सेना ने पाकिस्तान और PoK में मौजूद नौ आतंकी ठिकानों को सटीक और प्रभावी ढंग से निशाना बनाया, और उन्हें पूरी तरह नष्ट करने में सफलता पाई है। यह कार्रवाई सटीक खुफिया सूचनाओं के आधार पर की गई और इस दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि कोई आम नागरिक हताहत न हो।
ऑपरेशन की प्रमुख बातें:
- अवधि: ऑपरेशन सिंदूर लगभग 25 मिनट तक चला, जिसमें नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
- लक्ष्य: जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के ठिकाने, जिनमें बहावलपुर और मुरीदके शामिल हैं।
- उपकरण: सटीक हथियारों और ड्रोन का उपयोग किया गया, जिससे आम नागरिकों को नुकसान न पहुंचे।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
पाकिस्तान ने इस कार्रवाई को “युद्ध की कार्यवाही” बताया है और दावा किया है कि इसमें नागरिकों की मौत हुई है। वहीं, भारत ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई केवल आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए की गई थी और किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया।
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