पहलगाम आतंकी हमला: कश्मीर में दहशत, पर्यटक जल्द लौटने को मजबूर, हवाई किराए में भारी बढ़ोतरी

हमले के बाद कश्मीर में दहशत का माहौल
पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने कश्मीर घूमने आए पर्यटकों को डरा दिया है। हमले के बाद से घाटी में तनाव और डर का माहौल है, और सैकड़ों लोग जल्द से जल्द अपने घरों की ओर लौटना चाहते हैं।
श्रीनगर एयरपोर्ट पर भारी भीड़, अफरा-तफरी का माहौल
हमले के बाद श्रीनगर एयरपोर्ट पर रेलवे स्टेशन जैसी भीड़ देखी गई। लंबी कतारें, चेकिंग और बोर्डिंग की जल्दबाजी के बीच यात्री तय समय से कई घंटे पहले ही एयरपोर्ट पहुंचने लगे हैं।
सड़क मार्ग पर रुकावट, फ्लाइट बना पहला विकल्प
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पिछले पांच दिनों से भूस्खलन के कारण बंद था, जिसे अब आंशिक रूप से खोला गया है। लेकिन जोखिम और ट्रैफिक जाम के डर से अधिकतर पर्यटक अब हवाई मार्ग से लौटने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
एयरलाइंस ने बढ़ाए किराए, यात्रियों की जेब पर भारी असर
फ्लाइट्स की बढ़ती मांग को देखते हुए एयरलाइंस ने किरायों में भारी इजाफा कर दिया है। श्रीनगर से दिल्ली का किराया 25 हजार रुपये तक पहुंच गया। इंदौर लौट रहे एक पर्यटक को दो टिकट के लिए 38 हजार रुपये चुकाने पड़े, जो सामान्य समय में सिर्फ 18 हजार में मिले थे।
निकटवर्ती शहरों के लिए भी किराया आसमान पर
दिल्ली, जम्मू, अमृतसर और चंडीगढ़ जैसे शहरों के लिए भी किराया 10 से 15 हजार रुपये प्रति यात्री तक पहुंच गया है, जिससे आम यात्री की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
पर्यटन व्यवसाय को बड़ा झटका, बुकिंग हो रही कैंसल
इस हमले के चलते कश्मीर के पर्यटन उद्योग को भी बड़ा नुकसान हो रहा है। होटल, टैक्सी और हाउस बोट की बुकिंग लगातार रद्द हो रही हैं। डल झील में हाउस बोट चलाने वाले वाहिद वाणी के अनुसार, 80% बुकिंग कैंसल हो चुकी हैं। 1220 हाउस बोट्स और उनसे जुड़े हजारों परिवारों की आजीविका पर संकट खड़ा हो गया है।
डर की वजह से पर्यटक कश्मीर आने से कतराने लगे
अप्रैल-मई-जून जैसे पिक टूरिस्ट सीजन में घाटी में आने वाले पर्यटक अब डर के कारण अपनी यात्रा स्थगित कर रहे हैं। जो बुकिंग पहले से थीं, वे भी अब रद्द की जा रही हैं।
कश्मीर का पर्यटन सेक्टर फिर संकट में
पहलगाम हमले के बाद का माहौल कश्मीर की अर्थव्यवस्था को गहरा झटका दे सकता है। पर्यटन से जुड़े हजारों लोग इस सीजन में कमाई की उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन अब डर, अफवाह और महंगे किराए के कारण पूरा सिस्टम चरमरा गया है।