
त्यूणी, उत्तरकाशी (उत्तराखंड): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सोशल मीडिया के जरिए आपत्तिजनक एआई वीडियो पोस्ट करने के मामले ने उत्तराखंड के त्यूणी क्षेत्र में तूल पकड़ लिया है। इस विवादित वीडियो को लेकर भाजपा और रुद्रसेना फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध दर्ज करते हुए सोमवार को त्यूणी थाने में धरना दिया।
विवाद तब शुरू हुआ जब त्यूणी के मैंद्रथ निवासी सुलेमान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को लेकर आपत्तिजनक सामग्री दिखाई गई थी। यह वीडियो एआई तकनीक की सहायता से बनाई गई थी। सुलेमान की फेसबुक आईडी से कुल पांच एआई वीडियो पोस्ट की गई थीं, जिनमें से चार पाकिस्तान के खिलाफ थीं जबकि एक वीडियो विवादित थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए भाजपा मंडल अध्यक्ष नीरज शर्मा ने पुलिस को लिखित शिकायत दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने सुलेमान को हिरासत में लेकर पूछताछ की और उसके स्मार्टफोन की जांच की। पूछताछ में युवक ने दावा किया कि उसने वीडियो गलती से पोस्ट की थी।
हालांकि, भाजपा और रुद्रसेना के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर कार्रवाई में लापरवाही और हल्की धाराएं लगाने का आरोप लगाया। रुद्रसेना फाउंडेशन के अध्यक्ष राकेश तोमर उत्तराखंडी ने कहा कि यह मामला केवल एक वीडियो पोस्ट करने का नहीं है, बल्कि यह देश की अस्मिता और प्रधानमंत्री के सम्मान पर हमला है। उन्होंने इसे राजद्रोह की श्रेणी में रखते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी का परिवार वर्ष 1983 में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जनजातीय भूमि पर काबिज हुआ है। इसको लेकर रुद्रसेना कार्यकर्ता मंगलवार से तहसील कार्यालय में भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
सीओ बीएल शाह ने जानकारी दी कि आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय एकता को प्रभावित करने और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उसे मंगलवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
इस घटना से पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है और लोग सोशल मीडिया पर भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। भाजपा और राष्ट्रवादी संगठनों का कहना है कि देश के सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति के खिलाफ किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री बर्दाश्त नहीं की जाएगी।