
देहरादून, 10 अक्टूबर 2025: उत्तरी क्षेत्र पुलिस समन्वय समिति की एक विशेष बैठक में यह निर्णय लिया गया कि भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा और निगरानी को और मजबूत करने के उद्देश्य से आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। इस बैठक में मादक पदार्थ तस्करी, साइबर अपराध, कट्टरपंथी गतिविधियों और आगामी 2027 कुंभ मेले की सुरक्षा व्यवस्था पर भी चर्चा हुई।
बैठक में मुख्य बिंदु निम्नलिखित रहे:
सीमा सुरक्षा में उच्चतर तकनीक—जैसे ड्रोन, सेंसर, सीसीटीवी नेटवर्क, रडार और अन्य निगरानी उपकरण—को तैनात करने पर सहमति।
मादक पदार्थ तस्करी, ट्रैफिक रुट्स, साइबर-आधारित अपराधों और कट्टरपंथी गतिविधियों पर प्रभावी निगरानी और कार्रवाई सुनिश्चित करना।
रेलवे सुरक्षा को विशेष महत्व देना, क्योंकि 2027 में होने वाले कुंभ मेले के दौरान भीड़ एवं यातायात प्रबंधन एक बड़ी चुनौती होगी।
सीमावर्ती जिलों में अधिक सक्रिय समन्वय स्थापित करना ताकि विभिन्न एजेंसियों (पुलिस, अर्ध-सैन्य बल, सीमा सुरक्षा बल इत्यादि) के बीच सूचना साझा करने की व्यवस्था बेहतर हो।
बैठक में उपस्थित अनेक वरिष्ठ अधिकारीयों ने कहा कि तकनीकी हस्तक्षेप और तेजी से कार्रवाई की प्रणाली से सीमांत इलाकों में सुरक्षा को बेहतर किया जा सकेगा।