
देहरादून: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने उत्तराखंड दौरे के दौरान राज्य की समृद्ध लोक संस्कृति और पारंपरिक परिधानों से परिचय प्राप्त किया। इस दौरान उन्हें पहाड़ी क्षेत्र की पहचान मानी जाने वाली गढ़वाली टोपी, टिहरी की प्रसिद्ध नथ और कुमाऊं का पारंपरिक पिछौड़ा दिखाया गया।
राष्ट्रपति को राज्य के पारंपरिक परिधानों, आभूषणों और हस्तशिल्प की विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। अधिकारियों और स्थानीय कलाकारों ने बताया कि कैसे ये परिधान उत्तराखंड की संस्कृति, रीति-रिवाज और लोक पहचान से गहराई से जुड़े हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू ने उत्तराखंड की पारंपरिक वेशभूषा और आभूषणों की खूबसूरती की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि और विविधता को दर्शाते हैं। साथ ही, उन्होंने पारंपरिक शिल्प और संस्कृति को संरक्षित और बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
राष्ट्रपति के इस सांस्कृतिक संवाद के दौरान स्थानीय महिला समूहों और स्वयं सहायता संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी पारंपरिक उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई, जिन्हें राष्ट्रपति मुर्मू ने उत्साहपूर्वक देखा।