157वें वर्ष की परंपरा के साथ देहरादून में रामलीला मंचन का शुभारंभ

बहुत हर्ष के साथ सूचित किया जा रहा है कि विगत 156 वर्षों की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष भी रामलीला कला समिति ने अपने 157वें वर्ष का मंचन प्रारंभ कर दिया है। आज 22 सितंबर 2025 से शुरू हुई रामलीला में दर्शाया गया कि किस प्रकार राजा दशरथ को नारद जी से वरदान प्राप्त होता है और माता कौशल्या चार पुत्रों को जन्म देती हैं। इसी के साथ यह भी दिखाया गया कि जनक को सीता स्वरूप पुत्री प्राप्त होती है। दूसरी ओर रावण द्वारा भगवान शंकर की तपस्या कर वरदान प्राप्त करने का दृश्य भी प्रस्तुत किया गया।

जैसा कि विदित है, 157वें वर्ष का यह आयोजन 22 सितंबर 2025 से 5 अक्टूबर 2025 तक किया जा रहा है। इस बार रामलीला का मंचन रामलीला बाजार में न होकर अभय मठ शक्तिपीठ, लक्ष्मण चौक, देहरादून में किया जा रहा है। वृंदावन-मथुरा से आए कलाकार प्रतिदिन रात्रि 8:00 बजे से 11:00 बजे तक निकट हिंदू नेशनल इंटर कॉलेज में मंचन करेंगे।
इस अवसर पर समिति संरक्षक मंडल के महामंत्री सोमप्रकाश शर्मा, अध्यक्ष राकेश महेंद्रू, कार्यकारी अध्यक्ष अरविंद गोयल, हर्ष कुमार, सुधीर जैन, दयाल गुप्ता, शोभित मांगलिक, मनमोहन जायसवाल समेत अन्य कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहे। बैठक में धन प्रकाश गोयल, अरुण गोयल, तरुण शर्मा, शरद गोयल, बलेश गुप्ता, अनुराग अग्रवाल, घनश्याम शर्मा, तरुण, विक्की गोयल, मनोज कुमार, जगमोहन सिंह रावत, सतीश कश्यप, आलोक जैन, मनोज सिंघल, रोशन राणा, हरीश चौहान, राजेश अग्रवाल और शुभम गोयल सहित सभी पदाधिकारी शामिल हुए।