
दिल्ली के ऐतिहासिक लाल क़िला परिसर के पास हुए धमाके ने सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लाल क़िला देश के सबसे सुरक्षित और संवेदनशील स्थलों में से एक माना जाता है, जहां हमेशा चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था रहती है।
सूत्रों के अनुसार, धमाका लाल क़िले से लगभग 500 मीटर की दूरी पर हुआ, जिससे आस-पास के इलाके में अफरातफरी मच गई। सवाल यह उठ रहा है कि इतनी सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद इतनी बड़ी घटना आखिर कैसे हो गई?
विशेषज्ञों का कहना है कि लाल क़िले के चारों ओर सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा बैरियर और पेट्रोलिंग टीम लगातार सक्रिय रहती हैं। ऐसे में धमाके की घटना सुरक्षा में बड़ी चूक की ओर इशारा करती है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाका अचानक हुआ, जिसकी आवाज़ दूर तक सुनी गई। फिलहाल दिल्ली पुलिस, एनएसजी और अन्य सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं, और आसपास के क्षेत्र को सील कर दिया गया है।
लोगों में इस घटना को लेकर गुस्सा और चिंता दोनों है। उनका कहना है कि इस तरह की कायराना हरकत करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने की हिम्मत न कर सके।
वहीं दूसरी ओर, इस घटना के बाद उत्तराखंड सहित कई राज्यों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है, ताकि किसी भी संभावित स्थिति से निपटा जा सके। पुलिस महानिदेशक ने सभी जिलों को सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।