उत्तराखंडदेहरादून

प्रधानमंत्री की उपस्थिति से ऐतिहासिक और भव्य होगा राज्य स्थापना दिवस रजत जयंती समारोह: हेमंत द्विवेदी

देहरादून, 8 नवंबर: भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती वर्ष का आयोजन इस बार ऐतिहासिक और यादगार बनने जा रहा है। 9 नवंबर को होने वाले इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति से पूरे प्रदेश में उत्साह और गर्व का वातावरण है।

उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और आमजन प्रधानमंत्री के उद्बोधन को सुनने के लिए देहरादून पहुंच रहे हैं। कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए शासन और प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारियाँ की गई हैं। अनुमान है कि एफआरआई मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में लगभग एक लाख लोग प्रधानमंत्री को सुनने के लिए उपस्थित रहेंगे।

धामी सरकार की पहल की सराहना

हेमंत द्विवेदी ने राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे रजत जयंती पखवाड़े की सराहना करते हुए कहा कि यह पर्व उत्तराखंड की जनभावनाओं और विकास यात्रा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि हाल ही में प्रदेश की विधानसभा के विशेष सत्र को राष्ट्रपति द्वारा संबोधित किया जाना और अब प्रधानमंत्री का इस अवसर पर आना, देवभूमि के लिए गौरव की बात है।

उन्होंने राज्य गठन के 25 वर्ष पूरे होने पर सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।

विकास के 25 वर्षों की उपलब्धियाँ

हेमंत द्विवेदी ने कहा कि पिछले पच्चीस वर्षों में उत्तराखंड ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पर्यटन और धार्मिक स्थलों के विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। चारधाम यात्रा मार्गों के सुदृढ़ीकरण, आल-वेदर रोड निर्माण, केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य, बदरीनाथ धाम मास्टर प्लान तथा केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए प्रस्तावित रोपवे जैसे कार्यों ने राज्य की पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर नई ऊँचाई दी है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में इस वर्ष चारधाम यात्रा में 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। अभी बदरीनाथ धाम की यात्रा के दो सप्ताह और शेष हैं।

धार्मिक और आधुनिक उत्तराखंड की दिशा में अग्रसर

द्विवेदी ने कहा कि उत्तराखंड आज न केवल धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बन चुका है, बल्कि आधुनिकता की दिशा में भी तेजी से अग्रसर है। राज्य के प्रत्येक जिले में विकास की नई धारा प्रवाहित हो रही है और जनकल्याण की योजनाएँ प्रभावी रूप से लागू की जा रही हैं।

युवाओं में उत्साह और सशक्तिकरण

राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित रजत जयंती समारोहों को युवाओं में नया उत्साह उत्पन्न करने वाला बताते हुए द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने युवाओं को रोजगार देने और प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए हैं। सख्त नकल विरोधी कानून बनाकर पारदर्शिता सुनिश्चित की गई है। स्नातक स्तरीय परीक्षा लीक प्रकरण की जांच एसआईटी और सीबीआई दोनों स्तरों पर चल रही है, और सभी दोषियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सरकार ने परीक्षा को युवाओं के हित में रद्द भी किया है।

संस्कृति और धरोहर संरक्षण की दिशा में प्रयास

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और बीकेटीसी देवभूमि की परंपरा, संस्कृति और आध्यात्मिक धरोहर के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। केंद्र और राज्य की ‘डबल इंजन सरकार’ के कारण केंद्र पोषित और राज्य पोषित योजनाएँ बिना किसी बाधा के समय पर संचालित हो रही हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं योजनाओं की मॉनिटरिंग करते हैं, जिससे प्रशासनिक व्यवस्था सतर्क बनी रहती है।

राज्य आंदोलनकारियों के प्रति सम्मान

द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी का एकमात्र लक्ष्य राज्य का सर्वांगीण विकास है। उन्होंने शनिवार को राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों की पेंशन बढ़ाने की घोषणा कर यह साबित किया है कि उनका विजन स्पष्ट है और उनकी मंशा उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना है।

उन्होंने यह भी कहा कि राज्य आंदोलनकारियों और शहीदों के परिजनों को सम्मानित करने की पहल सराहनीय है, क्योंकि उत्तराखंड राज्य का निर्माण केवल एक राजनीतिक निर्णय नहीं था, बल्कि यह देवभूमि के लाखों लोगों के बलिदान का परिणाम है।

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