
ऋषिकेश: मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने ऋषिकेश क्षेत्र में अवैध बहुमंज़िला निर्माणों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए आधा दर्जन से अधिक व्यवसायिक एवं आवासीय भवनों को सील किया है।
देहरादून के सुनियोजित विकास और भवन निर्माण मानकों के पालन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एमडीडीए ने यह अभियान चलाया। प्राधिकरण की टीम ने बिना स्वीकृति के किए गए निर्माण कार्यों पर नियमानुसार सीलिंग की कार्रवाई की।

यह कार्रवाई उन निर्माणकर्ताओं के विरुद्ध की गई, जिन्होंने एमडीडीए से स्वीकृति लिए बिना बहुमंज़िला भवनों का निर्माण कार्य शुरू किया था। प्राधिकरण की यह पहल अवैध निर्माणों पर रोक लगाने और नियोजित विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
प्राधिकरण की संयुक्त प्रवर्तन टीम ने पुलिस बल की मौजूदगी में तुलसी देवी (विपरीत पोस्ट ऑफिस, बनखण्डी), हरजीत सिंह (साईं विहार कॉलोनी, निकट सब्ज़ी मंडी), जयराम सेमवाल, लालमणी भट्ट, रवी गुप्ता, विक्रम सिंह बिष्ट, प्रमोद सेमवाल (सभी आमबाग क्षेत्र), जय चौहान (निर्मल बाग लेन नं. 10, ब्लॉक-‘बी’), सगुन शर्मा (निर्मल बाग लेन नं. 11, ब्लॉक-‘बी’) और प्रमोद चौहान (विपरीत गंगा फार्मेसी, निकट इंडियन ऑयल पंप, स्यामपुर) के अवैध निर्माणों पर सीलिंग की कार्रवाई की।
इस अभियान में एमडीडीए की संयुक्त प्रवर्तन टीम और स्थानीय पुलिस बल की सक्रिय भूमिका रही।

एमडीडीए सचिव का बयान
सचिव मोहन सिंह बर्निया ने कहा कि प्राधिकरण क्षेत्र में बिना स्वीकृति के किसी भी प्रकार का निर्माण सहन नहीं किया जाएगा। आम नागरिकों से अपील है कि भवन निर्माण शुरू करने से पहले एमडीडीए से नियमानुसार स्वीकृति अवश्य प्राप्त करें। अवैध निर्माणों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
एमडीडीए उपाध्यक्ष का बयान
उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि ऋषिकेश सहित पूरे प्राधिकरण क्षेत्र में नियमविरुद्ध निर्माणों की पहचान कर उन्हें हटाने का अभियान जारी है। भविष्य में भी ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी। एमडीडीए शहर के सुनियोजित और सुरक्षित विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।