उत्कृष्ट बुनकरों को मिलेगा दूसरे राज्यों के अध्ययन भ्रमण का मौका
रेशम फेडरेशन बनाएगा 5000 लखपति दीदी, दून सिल्क के 13 नए आउटलेट खुलेंगे

देहरादून: अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के उपलक्ष्य में आज देहरादून के सहसपुर स्थित देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में “दून सिल्क के धागे सहकारिता के साथ भविष्य निर्माण” थीम पर एक भव्य परिधान फैशन शो का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं।
मुख्य घोषणाएं
सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने घोषणा की:
- वर्ष 2025 में 5000 लखपति दीदी बनाई जाएंगी
- उत्कृष्ट रेशम बुनकरों को विभिन्न राज्यों के अध्ययन भ्रमण पर भेजा जाएगा
- दून सिल्क के 13 नए आउटलेट प्रमुख शहरों में खोले जाएंगे
- वर्तमान में 4 आउटलेट संचालित हैं, जो जल्द ही 17 हो जाएंगे
शानदार फैशन शो
कार्यक्रम का शुभारंभ सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, सहसपुर के विधायक सहदेव पुंडीर और रेशम फेडरेशन के प्रबंध निदेशक आनंद शुक्ल द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया।
देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं ने रेशम फेडरेशन के खूबसूरत परिधान पहनकर रैंप वॉक किया और उपस्थित सभी अतिथियों से खूब तालियां बटोरीं। फैशन शो में रेशम के विभिन्न परिधानों का प्रदर्शन किया गया, जिसने सभी का मन मोह लिया।
मंत्री जी का संबोधन
डॉ. धन सिंह रावत ने कहा: “सहकारिता मंत्रालय के गठन के पश्चात सहकारिता विभाग देश और प्रदेश में बहुत तेजी से कार्य कर रहा है। प्रधानमंत्री जी और केंद्रीय सहकारिता मंत्री के विशेष प्रयासों से पूरे विश्व में यह वर्ष अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।”
उन्होंने बताया कि दिसंबर तक 1000 सहकारिता से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं। पूरे प्रदेश में “एक पेड़ मां के नाम” कार्यक्रम, सहकारिता गोष्ठी और विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
दून सिल्क की सफलता की कहानी
प्रबंध निदेशक आनंद शुक्ल ने बताया:
- पिछले 7 वर्षों में रेशम फेडरेशन ने अपनी कंप्लीट वैल्यू चेन बनाने में सफलता पाई है
- मंत्री जी के मार्गदर्शन में फेडरेशन ने अपना ब्रांड स्थापित किया है
- भविष्य में “दून सिल्क” देश ही नहीं विदेशों में भी पहचान बनेगा
विशेष आकर्षण
कार्यक्रम में महिला समूहों द्वारा बनाए गए वेस्ट कोकून से हस्तनिर्मित क्राफ्ट आकर्षण का केंद्र रहे। प्रबंध निदेशक द्वारा बद्रीनाथ-केदारनाथ के हस्तनिर्मित क्राफ्ट मंत्री जी, विधायक जी और यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को भेंट किए गए।
इस अवसर पर 50 से अधिक रेशम धागा बुनकरों को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। मंत्री जी ने कहा कि रेशम धागा बुनकरों की मेहनत से ही रेशम फेडरेशन अपना ब्रांड नाम बनाने में कामयाब हो पाया है।
विधायक जी की टिप्पणी
विधायक सहदेव पुंडीर ने कहा: “डॉ. रावत द्वारा सहकारिता विभाग की जिम्मेदारी संभालने के बाद यह विभाग की अपनी एक अलग पहचान बन पाई है। इसका प्रतिफल यह है कि फेडरेशन से जुड़ी महिला बुनकरों की आय में जबरदस्त इजाफा हुआ है।”
उन्होंने सरकार की शून्य प्रतिशत ब्याज पर महिला सहायता समूह और किसानों को ऋण देने की योजना को ऐतिहासिक और सफल फैसला बताया।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
कार्यक्रम में निम्नलिखित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे:
- श्री आनंद शुक्ल, अपर निबंधक सहकारिता/प्रबंध निदेशक रेशम फेडरेशन
- श्री प्रदीप कुमार, निदेशक
- जिला सहकारी बैंक टिहरी के पूर्व अध्यक्ष सुभाष रमोला
- श्री विनोद तिवारी, सहायक निदेशक
- मातवर कंडारी, प्रबंधक रेशम फेडरेशन
- श्री अमन बंसल, वाइस प्रेसिडेंट
- डॉ. भावना गोयल
- विनोद कुमार, प्रशासनिक अधिकारी
यह कार्यक्रम उत्तराखंड में सहकारिता आंदोलन और रेशम उद्योग के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।