देहरादून

मसूरी मॉल रोड पर पटरी व्यापारियों को लेकर तनाव, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने दिया आश्वासन

मसूरी: मसूरी में मॉल रोड पर इन दिनों स्थानीय पटरी व्यापारियों और नगर पालिका प्रशासन के बीच विवाद चल रहा है। 1 जुलाई को मॉल रोड से हटाए गए पटरी दुकानदारों ने अपनी समस्या लेकर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से मुलाकात की है। व्यापारियों ने मंत्री को बताया कि वे वर्षों से मॉल रोड पर छोटे-मोटे सामान बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते आ रहे हैं और उन्हें हटाने के बाद उनके पास आय का कोई और साधन नहीं बचा है।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने इस मुद्दे पर सहानुभूति दिखाते हुए कहा कि नगरपालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी पटरी व्यापारियों को व्यवस्थित करने की दिशा में ठोस कदम उठा रही हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि अगले दो महीनों के भीतर पात्र पटरी व्यापारियों को मॉल रोड के अलावा किसी अन्य उचित स्थान पर व्यवस्थित किया जाए। मंत्री ने स्पष्ट किया कि जो लोग वास्तव में जरूरतमंद हैं और जिनके पास आय का कोई दूसरा साधन नहीं है, उन्हें पूरी मदद दी जाएगी, लेकिन अराजकता और अनियमितता को दोहराने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी ने बताया कि मॉल रोड की अंतरराष्ट्रीय छवि खराब हो रही थी और लोगों ने मॉल रोड को मछली बाजार बना दिया था। उन्होंने कहा कि वहां कई ऐसे लोग पटरी लगाकर बैठे थे, जिनके पास पहले से पक्की दुकानें, मकान और अन्य व्यवसाय हैं। एक ही परिवार के कई सदस्य अलग-अलग जगहों पर पटरी लगा रहे थे, जो किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता था। पालिका की जांच में यह भी सामने आया कि बड़ी संख्या में ऐसे लोग पटरी लगाकर बैठे थे, जो आर्थिक रूप से संपन्न हैं।

सकलानी ने स्पष्ट किया कि सिर्फ वे ही लोग जिनका वाकई में कोई अन्य सहारा नहीं है और जो वास्तव में पात्र हैं, उन्हें मॉल रोड के बाहर किसी दूसरी जगह व्यवस्थित किया जाएगा। पालिका अध्यक्ष और मंत्री दोनों ने इस बात पर जोर दिया कि अगर इस मुद्दे पर कोई राजनीति करने की कोशिश हुई तो उसे बिल्कुल भी सहन नहीं किया जाएगा। पटरी व्यवस्थित करने की पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता और न्याय के साथ की जाएगी।

मॉल रोड मसूरी का दिल है, यहां की सैर करने देश-विदेश से सैलानी आते हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से यहां अव्यवस्था बढ़ती जा रही थी, जिसके बाद प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई की गई थी। अब देखना यह है कि क्या दो महीने के भीतर इस समस्या का स्थायी समाधान निकल पाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button