बहुत ही हर्ष के साथ सूचित किया जा रहा है कि विगत 156वें वर्ष की भांति इस वर्ष भी रामलीला कला समिति अपने 157वें वर्ष में आज दिनांक 23 सितंबर 2025 से रामलीला कला समिति द्वारा आयोजित रामलीला के मंचन में दिखाया गया कि कल राम और सीता जन्म के पश्चात आज अयोध्या नगरी में महर्षि विश्वामित्र का आगमन होता है और राजा दशरथ के निवेदन पर महर्षि विश्वामित्र चारों युवराज को शस्त्र और शास्त्र में निपुण करने के लिए वन में अपने आश्रम की ओर लेकर प्रस्थान करते हैं। इसी बीच जब वन में चारों युवराज शिक्षा-दीक्षा ग्रहण कर रहे होते हैं, तब वहीं पर ताड़का ऋषि-मुनियों के आश्रमों को नष्ट करने का प्रयास करती है, जिस पर भगवान राम ताड़का का वध करते हैं। यहां से विश्वामित्र चारों युवराजों को जनक नगरी की ओर लेकर प्रस्थान करते हैं, जहां पर मार्ग में वह अहिल्या का उद्धार भी करते हैं।

जैसा कि आप सभी को विदित है कि 157वें वर्ष में रामलीला का आयोजन दिनांक 22 सितंबर 2025 से 5 अक्टूबर 2025 तक किया जा रहा है। एक महत्वपूर्ण सूचना यह है कि इस बार रामलीला का मंचन रामलीला बाजार में न होकर अभय मठ शक्तिपीठ लक्ष्मण चौक, देहरादून में वृंदावन-मथुरा से आए कलाकारों द्वारा बहुत ही सुंदर और मनमोहक रूप में रात्रि 8:00 बजे से 11:00 बजे तक, निकट हिंदू नेशनल इंटर कॉलेज में किया जाएगा।
इस अवसर पर रामलीला कला समिति संरक्षक मंडल के महामंत्री सोमप्रकाश शर्मा, अध्यक्ष राकेश महेंद्रू, कार्यकारी अध्यक्ष अरविंद गोयल, हर्ष कुमार, सुधीर जैन, दयाल गुप्ता, शोभित मांगलिक, मनमोहन जायसवाल, धन प्रकाश गोयल, अरुण गोयल, तरुण शर्मा, शरद गोयल, बलेश गुप्ता, अनुराग अग्रवाल, घनश्याम शर्मा, तरुण, विक्की गोयल, मनोज कुमार, जगमोहन सिंह रावत, सतीश कश्यप, आलोक जैन, मनोज सिंघल, रोशन राणा, हरीश चौहान, राजेश अग्रवाल व शुभम गोयल आदि समस्त कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित रहे।
द्वारा
मनमोहन जायसवाल
मीडिया प्रभारी
रामलीला कला समिति, रामलीला भवन, रामलीला बाजार देहरादून
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