अहमदाबाद में इतिहास का सबसे बड़ा बुलडोजर एक्शन: अवैध बस्तियों पर चला ‘ऑपरेशन क्लीन’

अहमदाबाद नगर निगम (AMC) ने मंगलवार को शहर के चंदोला झील इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माणों के खिलाफ एक अभूतपूर्व डिमोलिशन ड्राइव चलाया। इस अभियान को ‘ऑपरेशन क्लीन’ नाम दिया गया है, जिसे पुलिस और क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर अंजाम दिया जा रहा है। इसे गुजरात के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा अतिक्रमण विरोधी अभियान माना जा रहा है।
अवैध बांग्लादेशी बस्तियों पर चला बुलडोजर
नगर निगम ने चंदोला लेक क्षेत्र में अवैध रूप से बसे बांग्लादेशी नागरिकों की बस्तियों को ध्वस्त कर दिया। अधिकारियों के मुताबिक, हाल ही में पुलिस ने इलाके में गैरकानूनी तरीके से रह रहे 100 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की थी। गुजरात सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देश पर अवैध बस्तियों को गिराने का निर्णय लिया गया था।
AMC के अधिकारियों ने बताया कि कार्रवाई से एक दिन पहले ही अवैध बस्तियों का बिजली कनेक्शन काट दिया गया था। 80 बुलडोजर और 60 डंपर मशीनों के साथ भारी मशीनरी का इस्तेमाल किया गया। साथ ही, मलबा हटाने के लिए भी तुरंत इंतजाम किए गए हैं। अधिकारियों ने संकेत दिया कि आने वाले दिनों में पूरे चंदोला क्षेत्र में इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।
#WATCH | Ahmedabad, Gujarat: Amdavad Municipal Corporation (AMC) demolishes illegal settlements near Chandola lake
According to Sharad Singhal, Joint CP (Crime), a majority of Bangladeshis used to stay here. https://t.co/Ew1lzwsgnx pic.twitter.com/4sVzLJIT8l
— ANI (@ANI) April 29, 2025
‘ऑपरेशन क्लीन’ की सुरक्षा व्यवस्था
‘ऑपरेशन क्लीन’ के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए थे। 2000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। स्टेट रिजर्व पुलिस बल और क्राइम ब्रांच के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। सभी सातों जोन के एस्टेट ऑफिसर, सॉलिड वेस्ट विभाग और इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी इस अभियान का हिस्सा बने। ड्रोन के जरिए पूरी कार्रवाई पर नजर रखी गई।
गृह राज्य मंत्री और डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) खुद ऑपरेशन पर निगरानी बनाए हुए थे। अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर ज्ञानेंद्र सिंह मलिक के अनुसार, ‘ऑपरेशन क्लीन’ को अंजाम देने से पहले बीती रात चंदोला झील क्षेत्र को पूरी तरह खाली करा लिया गया था। ऑपरेशन की भनक लगते ही कई अवैध निवासी अपने घर छोड़कर फरार हो गए थे।
‘मिनी बांग्लादेश’ पर चला बुलडोजर
चंदोला झील के आस-पास के क्षेत्र को स्थानीय लोग ‘मिनी बांग्लादेश’ के नाम से पुकारते थे। इस क्षेत्र में अवैध रूप से रह रहे नागरिकों ने बस्तियों के साथ-साथ फर्जी फार्महाउस भी बना लिए थे। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि कुछ स्थानीय दबंग अवैध फार्महाउस बनाकर घुसपैठियों को पनाह दे रहे थे।
लल्लू बिहारी का फार्महाउस उजागर
इस अभियान में एक बड़ा नाम सामने आया — महमूद लाल उर्फ महमूद पठान उर्फ लल्लू बिहारी। पुलिस के अनुसार, लल्लू बिहारी ने लगभग 2000 वर्ग गज जमीन पर एक अवैध रिसॉर्ट तैयार कर रखा था, जिसमें स्विमिंग पूल, गार्डन, फव्वारे और पार्टी स्थल मौजूद थे। वह इन अवैध फार्महाउसों में कई बांग्लादेशी घुसपैठियों को शरण देता था।
क्राइम ब्रांच और AMC की टीम लल्लू बिहारी के अवैध रिसॉर्ट तक पहुंच चुकी है। यहां से संदिग्ध दस्तावेज और अन्य सबूत बरामद किए गए हैं। लल्लू बिहारी फिलहाल फरार बताया जा रहा है। पुलिस कमिश्नर ज्ञानेंद्र सिंह मलिक के मुताबिक, लल्लू बिहारी और उसके सहयोगियों के खिलाफ फर्जी रेंट एग्रीमेंट बनवाने और फर्जी दस्तावेज तैयार कराने के आरोप में FIR दर्ज की गई है।
पुलिस पर हमले का आरोपी
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (क्राइम) शरद सिंघल ने बताया कि लल्लू बिहारी वर्ष 2019 में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) विरोधी प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर हमले का भी आरोपी है। उस समय से ही उसकी गतिविधियों पर पुलिस नजर बनाए हुए थी। अब उसकी 20 साल पुरानी दबंगई का अंत नजदीक माना जा रहा है। पुलिस ने उसके अवैध निर्माणों को भी ध्वस्त करने की योजना तैयार कर ली है, जिसे जल्द ही लागू किया जाएगा।
अहमदाबाद नगर निगम द्वारा चलाया गया ‘ऑपरेशन क्लीन’ न केवल गुजरात, बल्कि देश भर में चर्चा का विषय बन गया है। अवैध अतिक्रमण और अवैध प्रवासियों के खिलाफ इस तरह के समन्वित और सख्त कदम आने वाले समय में अन्य शहरों के लिए भी एक मिसाल पेश कर सकते हैं। AMC और पुलिस प्रशासन इस अभियान को पूरी तरह सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध नजर आ रहे हैं।