कारगिल विजय दिवस पर उत्तराखंड की वीरभूमि से अमर शहीदों को श्रद्धांजलि, परिजनों को किया गया सम्मानित

देहरादून: 1999 के कारगिल युद्ध में वीरगति को प्राप्त भारतीय सेना के अमर सपूतों को श्रद्धांजलि देने हेतु प्रदेशभर में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी क्रम में देहरादून जनपद के डिफेंस कॉलोनी, विधानसभा रोड के समीप एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें भारतीय सेना के जवानों ने शहीद परिवारों को सम्मानित किया और उनके अपार बलिदान को नमन किया।”मुझे न तन चाहिए, न धन चाहिए; बस अमन से भरा ये वतन चाहिए।
कार्यक्रम में सेना के वरिष्ठ अधिकारी, पूर्व सैनिक, प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत दो मिनट के मौन और दीप प्रज्वलन के साथ की गई। इसके पश्चात भारतीय सेना के नायब सूबेदार सुधीर चंद्र के नेतृत्व में नायक सुनील सिंह, नायक मुकेश चंद्र और राइफलमैन रोहित सिंह ने शहीद परिवारों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र भेंट किए।
सेना अधिकारियों ने कहा,“देश की रक्षा में प्राण न्यौछावर करने वाले हमारे साथी अमर हैं। वे हमारे दिलों में हमेशा रहेंगे। उनके परिवार देश का गर्व हैं, और यह छोटा सा सम्मान उस गौरव को नमन है।”
इस अवसर पर कारगिल युद्ध के शहीद राइफलमैन रणजीत सिंह की पत्नी श्रीमती सरला देवी को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया, तो पूरे माहौल में एक भावुक निस्तब्धता छा गई। उनकी नम आंखों में गर्व और सम्मान की झलक दिखाई दी। उन्होंने कहा,“जब सेना ने आज मुझे सम्मानित किया, तो ऐसा लगा जैसे मेरे पति ख़ुद आकर कह रहे हों — ‘मैं गया नहीं, मैं यहीं हूँ।’ ये सम्मान मेरे लिए गर्व की बात है।”