
वक्फ कानून पर बवाल: मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद हालात तनावपूर्ण, सुरक्षा बढ़ी ,जंगीपुर में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में, सीएम ममता ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
पश्चिम बंगाल में नए वक्फ कानून को लेकर मचे बवाल ने उग्र रूप ले लिया है। मुर्शिदाबाद, नॉर्थ 24 परगना और मालदा जैसे जिलों में विरोध-प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं। सबसे ज्यादा तनाव मुर्शिदाबाद के जंगीपुर और सुती इलाकों में देखा गया, जहां प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-12 को जाम कर गाड़ियों में आग लगा दी और पुलिस पर पथराव किया।
हिंसा को काबू में लाने के लिए पुलिस को आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक 10 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और तीन प्रदर्शनकारियों की मौत हुई है। प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से बंद कर दी गई है।डायमंड हार्बर के अमतला चौराहे पर भी दिनदहाड़े एक पुलिस वाहन को निशाना बनाया गया। वहीं, वेस्टर्न रेलवे ने बताया कि अजीमगंज-न्यू फरक्का सेक्शन में धुलियानगंगा स्टेशन के पास भी भीड़ ने ट्रैक जाम कर दिया।
इस पूरे मामले की शुरुआत ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा शुरू किए गए ‘वक्फ बचाव अभियान’ से हुई थी, जिसे शांतिपूर्वक चलाने की बात कही गई थी। लेकिन जैसे ही यह अभियान जमीन पर उतरा, कुछ इलाकों में हालात बिगड़ने लगे।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने सुती और शमशेरगंज जैसे संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
इस बीच भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने राज्य सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, “पश्चिम बंगाल सरकार या तो अराजकता रोकने में असमर्थ है या फिर इच्छुक नहीं। इस तरह की घटनाएं मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती हैं।”स्थिति को देखते हुए प्रशासन चौकस है और जल्द से जल्द हालात को सामान्य करने की कोशिशें की जा रही हैं।