उत्तराखंड

उत्तराखंड को टीबी उन्मूलन में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित

नई दिल्ली/देहरादून, 25 मार्च 2025 : विश्व क्षय रोग (टीबी) दिवस के अवसर पर आयोजित एक भव्य समारोह में उत्तराखंड को टीबी उन्मूलन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उत्तराखंड सरकार की “टीबी मुक्त पंचायत पहल” के तहत समुदाय-आधारित प्रयासों और जमीनी स्तर पर किए गए प्रभावी कार्यों के लिए प्रदान किया गया।

इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित समारोह में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम), उत्तराखंड की मिशन निदेशक, स्वाति एस. भदौरिया को प्रदान किया। यह सम्मान उत्तराखंड सरकार की टीबी उन्मूलन के प्रति प्रतिबद्धता और जमीनी प्रयासों को दर्शाता है।

समारोह में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति

भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा आयोजित इस उच्चस्तरीय कार्यक्रम में स्वास्थ्य सचिव, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक, विभिन्न राज्यों के मिशन निदेशक (एनएचएम), केंद्रीय टीबी प्रभाग के अधिकारी, विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी और टीबी उन्मूलन से जुड़े प्रमुख हितधारकों ने भाग लिया।

राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड का सम्मान

इस सम्मान से उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग और जमीनी स्तर पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों का मनोबल बढ़ा है। यह उपलब्धि भविष्य में टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।

मिशन निदेशक स्वाति एस. भदौरिया ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा,
माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी के मार्गदर्शन में राज्य में टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान प्राप्त हुआ है।”

उन्होंने कहा कि यह राज्य सरकार, स्वास्थ्य विभाग, स्थानीय प्रशासन, आशा कार्यकर्ताओं, पंचायती राज संस्थाओं, सामाजिक संगठनों और समुदाय के संयुक्त प्रयासों का नतीजा है।

टीबी उन्मूलन के लिए विशेष प्रयास

“टीबी मुक्त पंचायत पहल” के तहत राज्य में व्यापक जागरूकता, त्वरित पहचान, प्रभावी उपचार और सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं। उत्तराखंड में टीबी उन्मूलन के लिए प्रभावी ट्रैकिंग सिस्टम और मल्टी-सेक्टोरल एप्रोच को अपनाया जा रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड में टीबी उन्मूलन को एक जन आंदोलन के रूप में विकसित किया गया है, जहां ग्राम पंचायतों को सशक्त बनाया गया है ताकि वे अपने स्तर पर टीबी के मामलों की निगरानी और नियंत्रण कर सकें।

“निक्षय मित्र योजना” के तहत निजी संगठनों, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को जोड़ा गया, जिससे टीबी रोगियों को पोषण और सामाजिक समर्थन प्रदान किया जा रहा है।

उत्तराखंड की इस उपलब्धि को राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है और यह अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणादायक मॉडल साबित हो सकता है।

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