
देहरादून, 27 सितंबर: उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने शनिवार को मीडिया रिलीज में बताया कि पेपर लीक से जुड़े मामलों की जांच एसआईटी के हवाले कर दी गई है। एसआईटी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में कार्य कर रही है।
एसआईटी ने शनिवार को हरिद्वार में पेपर लीक मामले पर “जन संवाद कार्यक्रम” का आयोजन किया, जिसमें अभ्यर्थियों और प्रतियोगियों ने भाग लिया और सुझाव दिए। द्विवेदी ने कहा कि सरकार के पास जो भी सकारात्मक सुझाव आएंगे, उन पर अमल किया जाएगा।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सरकार का पूरा ध्यान प्रदेश के विकास और युवाओं की भलाई पर है। उन्होंने कहा कि कुछ स्वार्थी तत्व निजी हित के लिए युवाओं को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं और पेपर लीक मामले को गलत दिशा में ले जा रहे हैं, जिसे सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।
द्विवेदी ने बताया कि राज्य गठन से अब तक 3,71,553 युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है, जिसमें अकेले धामी सरकार ने पिछले चार वर्षों में 26,025 नियुक्तियां की हैं। यह आंकड़ा पिछले 20 सालों में किए गए नियुक्तियों से ढाई से तीन गुना अधिक है।
उन्होंने आयोगवार नियुक्तियों का विवरण भी साझा किया:
उत्तराखंड सबोर्डिनेट सर्विस सिलेक्शन कमिशन: 11,041
उत्तराखंड पब्लिक सर्विस कमीशन: 8,359
उत्तराखंड मेडिकल सर्विस सिलेक्शन बोर्ड: 5,926
मुख्यमंत्री वार नियुक्तियों का तुलनात्मक विवरण:
एन.डी. तिवारी सरकार: 1,571
बी.सी. खंडूरी सरकार: 123
रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ सरकार: 236
विजय बहुगुणा सरकार: 812
हरीश रावत सरकार: 2,496
त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार: 5,083
पुष्कर सिंह धामी सरकार (वर्तमान): 26,025
द्विवेदी ने कहा कि सरकार एडवांस कैलेंडर के अनुसार सभी कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए सख्ती बरत रही है। अभ्यर्थियों से अपील की कि वे किसी के बहकावे में न आएं। प्रदेश में अशांति फैलाने वालों की पहचान कर उन्हें दंडित किया जाएगा।
अभ्यर्थियों, प्रतियोगियों और अभिभावकों से आग्रह किया गया कि वे सियासत करने वालों से दूर रहें, सरकार सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।