उत्तराखंड पंचायत चुनाव: 3,382 नामांकन निरस्त, अब 58,814 प्रत्याशी चुनाव मैदान में; 1,313 ने नाम वापस लिया

देहरादून: उत्तराखंड के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में नामांकन प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी अंतिम आंकड़ों के अनुसार अब तक 3,382 नामांकन पत्र निरस्त किए जा चुके हैं, जबकि 1,313 प्रत्याशियों ने नाम वापस ले लिए हैं। इन सभी प्रक्रियाओं के बाद अब कुल 58,814 प्रत्याशी चुनाव मैदान में बचे हैं।
आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल ने बताया कि जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 37, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 317, ग्राम प्रधान के 297 और ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 2,731 नामांकन पत्र जांच में खारिज किए गए हैं। अब शनिवार, 12 जुलाई को दोपहर तीन बजे तक नाम वापसी की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। इसके बाद यह साफ हो जाएगा कि कितने उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं और कितनों को मतदान प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा।
नाम वापसी की अंतिम समय सीमा के बाद आयोग 14 जुलाई को पहले चरण के चुनाव के लिए चुनाव चिह्नों का आवंटन करेगा। मतदान 24 जुलाई को प्रस्तावित है। आयोग द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, अब तक पंचायत चुनावों के लिए कुल 63,509 नामांकन हुए थे, जिनमें से 60,127 वैध पाए गए हैं।
पदवार नामांकन स्थिति इस प्रकार है:
सदस्य, जिला पंचायत: कुल नामांकन 1,885; निरस्त 37; नाम वापस 164
सदस्य, क्षेत्र पंचायत: कुल नामांकन 11,430; निरस्त 317; नाम वापस 697
ग्राम प्रधान: कुल नामांकन 21,876; निरस्त 297; नाम वापस 386
सदस्य, ग्राम पंचायत: कुल नामांकन 28,318; निरस्त 2,731; नाम वापस 66
चुनाव के दौरान बरामदगी का बड़ा आंकड़ा:
पंचायत चुनावों के दौरान राज्यभर में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई कार्रवाई में अब तक दो करोड़ रुपये से अधिक की नकदी, शराब और मादक पदार्थ बरामद किए गए हैं। पुलिस और आबकारी विभाग की कार्रवाई में 859.93 लीटर (कीमत ₹3,45,985) और 582.20 लीटर (कीमत ₹2,95,409) शराब जब्त की गई है। साथ ही पुलिस ने 3.29 किलो मादक पदार्थ (कीमत ₹19,53,600), 0.3915 किलो कीमती धातु (कीमत ₹25,10,000) और ₹4,22,100 नकद भी बरामद किया है।
अब तक की कुल बरामदगी की राशि ₹2,01,51,924 तक पहुंच चुकी है, जो चुनाव के दौरान बढ़ती सख्ती और निगरानी की ओर इशारा करती है। आयोग और पुलिस प्रशासन ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सतर्कता और निगरानी को और तेज कर दिया है।