
उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के अवसर पर शनिवार को राजभवन, देहरादून में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य सूचना आयोग द्वारा प्रकाशित दो पुस्तकों का संयुक्त रूप से विमोचन किया।
इन पुस्तकों में सूचना का अधिकार अधिनियम (Right to Information Act) की उपयोगिता, पारदर्शिता के महत्व और उत्तराखंड राज्य में सुशासन को मजबूत करने में इसकी भूमिका पर विस्तृत जानकारी दी गई है। साथ ही, दूसरी पुस्तक में उत्तराखंड के 25 वर्षों की विकास यात्रा, सामाजिक-आर्थिक प्रगति और सूचना आयोग की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया है।
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने कहा कि सूचना का अधिकार नागरिकों को सशक्त बनाने का एक प्रभावी माध्यम है और इससे शासन में पारदर्शिता तथा जवाबदेही सुनिश्चित होती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड जैसे प्रगतिशील राज्य में इस अधिनियम का सही क्रियान्वयन सुशासन की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य सूचना आयोग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि आयोग ने जनता को जागरूक करने और पारदर्शी प्रशासनिक व्यवस्था स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सूचना के अधिकार को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए तकनीकी नवाचारों का उपयोग जारी रखेगी।
कार्यक्रम में राज्य सूचना आयुक्तों, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों और सूचना विभाग के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। समारोह के अंत में आयोग की ओर से दोनों पुस्तकों की प्रतियां राज्यपाल और मुख्यमंत्री को भेंट की गईं।