
देहरादून, 14 अक्टूबर: उत्तराखंड में बिजली व्यवस्था को और अधिक आधुनिक और पारदर्शी बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) ने आरडीएसएस (Revamped Distribution Sector Scheme) योजना के तहत अधिकारियों को रियल टाइम डेटा एक्विजिशन सिस्टम (RT-DAS) का प्रशिक्षण दिया है। इस अत्याधुनिक प्रणाली के माध्यम से अब राज्य के सभी सबस्टेशनों पर करंट और वोल्टेज का डेटा वास्तविक समय (रियल टाइम) में देखा जा सकेगा।
यूपीसीएल अधिकारियों के अनुसार, इस प्रणाली से बिजली आपूर्ति व्यवस्था की निगरानी पहले से कहीं अधिक सटीक और प्रभावी होगी। जैसे ही किसी 11 केवी फीडर पर बिजली आपूर्ति बाधित होगी, सिस्टम तुरंत अलर्ट जारी करेगा, जिससे तकनीकी टीम मौके पर तुरंत कार्रवाई कर सकेगी। इससे बिजली वितरण की गुणवत्ता और विश्वसनीयता में उल्लेखनीय सुधार होगा।
प्रशिक्षण सत्र के दौरान विशेषज्ञों ने बताया कि रियल टाइम डेटा एक्विजिशन सिस्टम बिजली वितरण नेटवर्क में तकनीकी हानि कम करने, फीडरों की दक्षता बढ़ाने और उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने में मददगार साबित होगा। इस प्रणाली से ग्रिड और सबस्टेशन स्तर पर सभी तकनीकी मापदंडों की सटीक निगरानी संभव हो जाएगी।
यूपीसीएल का कहना है कि इस योजना के अंतर्गत राज्यभर में सभी प्रमुख सबस्टेशनों को RT-DAS से जोड़ा जाएगा। इससे बिजली वितरण में पारदर्शिता बढ़ेगी और उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण भी तेज़ी से हो सकेगा।
अधिकारियों ने बताया कि प्रशिक्षण पूरा होने के बाद सभी क्षेत्रीय अभियंताओं और तकनीकी कर्मचारियों को भी इस प्रणाली के उपयोग की जानकारी दी जाएगी, ताकि राज्य की बिजली व्यवस्था को डिजिटल और आधुनिक रूप दिया जा सके।