राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक की कठिन परीक्षा

नई दिल्ली। लोकसभा में सफलतापूर्वक पारित होने के बाद वक्फ संशोधन विधेयक, 2024 की असली परीक्षा अब राज्यसभा में होगी। केंद्र सरकार ने बुधवार को लोकसभा में इस विधेयक को पास कराया, जहां एनडीए गठबंधन को जबरदस्त समर्थन मिला और विधेयक के पक्ष में 288 वोट पड़े, जबकि विरोध में 232 सांसदों ने मतदान किया। इसके साथ ही इस विधेयक के राज्यसभा में जाने का रास्ता साफ हो गया।
गुरुवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे राज्यसभा में पेश कर दिया। हालांकि, राज्यसभा में एनडीए को आवश्यक बहुमत मिलने की चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।
राज्यसभा में समर्थन का गणित
राज्यसभा में कुल 245 सीटें हो सकती हैं, लेकिन वर्तमान में सदन में 236 सांसद ही हैं, क्योंकि 9 सीटें रिक्त हैं। नामित सांसदों की कुल संख्या 12 हो सकती है, लेकिन अभी 6 नामित सांसद ही मौजूद हैं।
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक को पारित कराने के लिए सरकार को 119 सांसदों के समर्थन की जरूरत होगी। हालांकि, एनडीए का बहुमत जरूरी संख्या पर ही स्थिर है। ऐसे में गठबंधन के किसी भी सांसद की गैरमौजूदगी या विरोध विधेयक को पास कराने की राह में रोड़ा बन सकता है।
राज्यसभा में क्या होगा समीकरण
विश्लेषकों का मानना है कि राज्यसभा में सरकार को कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है। विपक्ष पहले ही इस विधेयक को लेकर सवाल खड़े कर रहा है और राज्यसभा में उसकी रणनीति सरकार को घेरने की हो सकती है।