उत्तराखंड में ट्रैकिंग के दौरान जंगली जानवरों के हमले की एक और घटना सामने आई है, जिसमें व्लॉगरों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। ताजा मामला पिथौरागढ़ जिले का है, जहाँ बिना बताए ट्रैकिंग पर गए तीन व्लॉगरों पर एक जंगली सूअर ने हमला कर दिया।
घटना अस्कोट क्षेत्र के लुमती गांव के पास घटी। जानकारी के अनुसार, तीन व्लॉगर बिना किसी को सूचित किए ट्रैकिंग के लिए निकले थे। घने जंगल में ट्रैकिंग के दौरान उनका सामना एक जंगली सूअर से हो गया, जिसने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में एक व्लॉगर, रिचर्ड, गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि अन्य दो को मामूली चोटें आईं।
घटना की सूचना मिलते ही SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम तुरंत हरकत में आई। उप निरीक्षक देवेंद्र कुमार के नेतृत्व में SDRF की एक टीम आवश्यक उपकरणों के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हुई। दुर्गम पहाड़ी इलाका होने के कारण टीम को घटनास्थल तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
SDRF टीम ने SSB (सीमा सुरक्षा बल) और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर जंगल में एक तलाशी अभियान चलाया। कड़ी मशक्कत के बाद टीम घायल रिचर्ड तक पहुंचने में सफल रही। रिचर्ड को प्राथमिक उपचार दिया गया।
घायल को मुख्य सड़क तक लाना एक बड़ी चुनौती थी, क्योंकि घटनास्थल सड़क से लगभग 7 किलोमीटर दूर घने जंगल में था। SDRF की टीम ने SSB और स्थानीय लोगों की मदद से स्ट्रेचर पर रिचर्ड को 7 किलोमीटर पैदल चलकर मुख्य सड़क तक पहुंचाया। वहां से एंबुलेंस द्वारा उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उसका इलाज चल रहा है। रिचर्ड की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इस घटना ने एक बार फिर बिना बताए ट्रैकिंग पर जाने और व्लॉगिंग के दौरान सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर कर दिया है। वन विभाग ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है और लोगों से अपील की है कि वे जंगल में ट्रैकिंग करते समय सावधानी बरतें और वन विभाग को सूचित करें। यह घटना व्लॉगरों के लिए एक सबक है कि वे अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें और उचित सावधानी बरतें।