
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रेरणा से देहरादून शहर के प्रमुख चौक-चौराहों और ऐतिहासिक घंटाघर का आधुनिक लेकिन पारंपरिक शैली में सौंदर्यीकरण कार्य तेजी से प्रगति पर है। जिला प्रशासन और स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत यह कार्य पूर्ण समर्पण और पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है।
घंटाघर बनेगा ‘दून की नई पहचान
स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत घंटाघर को देहरादून की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान के रूप में विकसित किया जा रहा है। नए डिज़ाइन में पारंपरिक उत्तराखंडी वास्तुकला के साथ अत्याधुनिक रोशनी, ओपन स्पेस प्लानिंग और इको-फ्रेंडली मटेरियल का उपयोग किया गया है।
ज्वॉइनिंग के दूसरे माह में ही तैयार हुआ डिज़ाइन और सर्वे
जिलाधिकारी सोनिका के अनुसार, “डिज़ाइन, सर्वे और कॉन्सेप्ट हमने मेरे कार्यभार संभालने के दूसरे ही माह में तैयार कर लिया था। इसके बाद से लगातार फंडिंग को संगठित कर कार्य को धरातल पर उतारने में जुटे हैं।”
कार्य प्रगति पर
देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड (DSCL) द्वारा निविदा प्रक्रिया पहले ही पूर्ण की जा चुकी है और स्वीकृत डिज़ाइन पर कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। प्रमुख चौक-चौराहों जैसे दर्शन लाल चौक, पलटन बाजार, गांधी रोड, और राजपुर रोड की भी साज-सज्जा एवं पुनरुद्धार पर विशेष बल दिया जा रहा है।
घंटाघर सौंदर्यीकरण कार्य की अनुमानित लागत:
लगभग ₹9.5 करोड़ की लागत से घंटाघर क्षेत्र का पुनरुद्धार किया जा रहा है, जिसमें लोकल आर्टिस्ट्स को भी शामिल कर परंपराओं को जीवंत रखा जा रहा है।