देहरादून।
आज तरह तरह की बीमारियां मनुष्य के शरीर को अपना घर बना चुकी हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है, रासायनिक खाद।
हम अपनी फशलों की खरपतवार बढ़ाने के लिए रासायनिक उर्वरकों का जमकर उपयोग कर रहे हैं। जो कि मनुष्य के शरीर मे जहर बनकर तरह तरह की बीमारियों को पैदा कर रहा है। पर कुछ किसान ऐसे भी हैं, जो रासायनिक खादों से पूरी तरह दूरी बना चुके हैं, ओर जैविक खेती कर फल सब्जी व अनाज उगा रहे हैं।
डोईवाला मे भी कई किसान हैं जो जैविक खेती कर कर अन्य किसानों के लिए प्रेरणास्रोत है। पर यह किसान जैविक खेती से जितना खुश नजर आ रहे हैं, तो वहीं पैदावार कम होने की वजह से थोड़ा मायूस भी हैं।
जैविक खेती करने वाले किसानों का कहना है कि जैविक फशलों में अगर कोई बीमारी लग जाती है तो पूरी फशल खराब हो जाती है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो जाता है, इसके साथ ही रासायनिक खेती की अपेक्षा जैविक खेती की पैदावार भी कम होती है, जिससे किसान जैविक खेती करने से परहेज करते हैं, पर कुछ किसान है जो जैविक खेती की पैदावार कर लोगों के लिए मिशाल पेश कर रहे हैं।