स्पोर्ट्स

IND vs ENG: दो साल में रोहित-द्रविड़ ने कैसे पलट दी बाजी? जानें टीम इंडिया की इंग्लैंड पर बड़ी जीत के 10 कारण

भारत ने गुरुवार को इंग्लैंड के खिलाफ 68 रनों से सेमीफाइनल मुकाबला जीतकर फाइनल में प्रवेश कर लिया। इसी के साथ टीम इंडिया ने अपनी पिछली हार का बदला भी ले लिया। अब भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका से शनिवार को होगा। रोहित शर्मा की सेना इस मुकाबले में ऐतिहासिक जीत के साथ खिताब खिताब के सूखे को खत्म करना चाहेगी।

भारत ने लिया इंग्लैंड से बदला

बारिश से प्रभावित दूसरे सेमीफाइनल में गत चैम्पियन इंग्लैंड को 68 रन से हराकर टी20 क्रिकेट विश्व कप 2024 के फाइनल में प्रवेश किया। खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया का सामना शनिवार को दक्षिण अफ्रीका से होगा। टूर्नामेंट के 2007 के शुरूआती चरण की चैम्पियन भारतीय टीम इस तरह तीसरे टी20 विश्व कप फाइनल में पहुंची। भारत ने इस जीत से 2022 में इस टूर्नामेंट में इंग्लैंड से सेमीफाइनल में मिली 10 विकेट की हार का बदला भी चुकता किया।

रोहित शर्मा की कप्तानी

भारतीय टीम के फाइनल में पहुंचने का सबसे बड़ा श्रेय रोहित शर्मा की कप्तानी को जाता है। उनके सभी फैसले कारगर साबित हुए हैं। टीम इंडिया के खिलाड़ियों को बैक करना और उन्हें अगले मैच के लिए प्रोत्साहित करना कप्तान का सबसे सराहनीय कार्य रहा है। दिलचस्प बात यह है कि रोहित की कप्तानी में भारत ने सभी आईसीसी प्रतियोगिताओं का फाइनल खेला है। इनमें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2023, वनडे विश्व कप 2023 और टी20 विश्व कप 2024 शामिल है।

बड़े मुकाबलों से पहले रोहित शर्मा का आक्रामक प्रदर्शन

मौजूदा टूर्नामेंट के शुरुआती मैचों में रोहित शर्मा भारत को अच्छी शुरुआत नहीं दिला पाए थे। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सुपर-8 मैच में उन्होंने विराट कोहली के आउट होने के बाद मोर्चा संभाला और 92 रनों की विस्फोटक पारी खेली। उनके दमदार प्रदर्शन की बदौलत भारत सेमीफाइनल में पहुंचा। वहीं, इंग्लैंड के खिलाफ भी रोहित का बल्ला जमकर गरजा और उन्होंने 39 गेंदों में 57 रनों की तूफानी पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 146.15 के स्ट्राइक रेट से छह चौके और दो छक्के लगाए। रोहित का यह प्रयास भारत के लिए मास्टरकार्ड साबित हुआ।

मौजूदा टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों का एकजुट होकर खेलना टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ा गेम चेंजर साबित हुआ है। प्लेइंग 11 का हर खिलाड़ी महत्वपूर्ण योगदान देता नजर आ रहा है फिर चाहें टॉप ऑर्डर हो या मिडिल ऑर्डर। वहीं, निचले क्रम के खिलाड़ी भी भारत को जीत दिलाने में अहम योगदान दे रहे हैं।

पंत की दमदार वापसी

टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने इसी साल आईपीएल से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की। पहले उन्होंने आईपीएल में अपने बल्ले से धमाल मचाया और अब वह टी20 विश्व कप 2024 में विस्फोटक बल्लेबाजी करते नजर आ रहे हैं। मौजूदा टूर्नामेंट में उन्होंने अब तक 171 रन बनाए हैं। स्टार खिलाड़ी भारत के लिए इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले चौथे बल्लेबाज हैं। उम्मीद है कि आगामी मैच में भी पंत का बल्ला जमकर गरजेगा। इसके अलावा उनकी विकेटकीपिंग ने सभी को प्रभावित किया है। इंग्लैंड के खिलाफ मैच में पंत ने बटलर और मोईन अली को अपनी घातक विकेटकीपिंग के दम पर आउट किया।

 

सूर्यकुमार यादव का विस्फोटक प्रदर्शन

भारतीय टीम के फाइनल में पहुंचने का एक कारण मिडिल ऑर्डर का प्रदर्शन भी है। सूर्यकुमार यादव की मौजूदगी ने टीम इंडिया को खासा मजबूती दी है। उनका आक्रामक रवैया विरोधी गेंदबाजों के लिए मुसीबत और भारत के लिए वरदान साबित हुआ है। मौजूदा टूर्नामेंट में उन्होंने सात मैचों में 137.06 के स्ट्राइक रेट से 196 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से दो अर्धशतक निकले। सेमीफाइनल मैच में उनकी 47 रनों की पारी भारत के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई। इसी के दम पर भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ 171 रनों का स्कोर खड़ा करने में कामयाबी हासिल की।

 

हार्दिक पांड्या का ऑलराउंड प्रदर्शन

भारतीय टीम को फाइनल में पहुंचाने में हार्दिक पांड्या का अहम योगदान रहा है। उन्होंने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण का वह सबसे अहम हिस्सा रहे हैं। इस टूर्नामेंट में उन्होंने कुल 22 ओवर गेंदबाजी की और आठ विकेट हासिल किए। वहीं, उनका इकोनॉमी रेट 7.77 का रहा। इसके अलावा बल्ले से भी उन्होंने धमाल मचाया। सात मैचों में पांड्या ने एक अर्धशतक की मदद से 139 रन बनाए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में पांड्या ने 13 गेंदों में चार चौकों और दो छक्कों की मदद से 23 रनों की आक्रामक पारी खेली।

 

कुलदीप और अक्षर की घातक गेंदबाजी

भारत को सेमीफाइनल तक पहुंचाने में स्पिनर्स का अहम योगदान रहा। कुलदीप यादव और अक्षर पटेल ने वेस्टइंडीज की पिचों पर खासा प्रभाव छोड़ा। इंग्लैंड के खिलाफ दोनों गेंदबाजों ने तीन-तीन विकेट हासिल किए और भारत को उसकी पिछली हार का बदला लेने में मदद की। कप्तान रोहित शर्मा ने मैच के बाद दोनों की तारीफ करते हुए उन्हें गन स्पिनर्स (जिनके खिलाफ कोई भी रन बनाने से बचता है) करार दिया।

 

बुमराह की अगुवाई में तेज गेंदबाजी आक्रमण का घातक प्रदर्शन

पिछले टी20 विश्व कप में भारत को जसप्रीत बुमराह की कमी खली थी। वह पीठ में चोट की वजह से टीम इंडिया का हिस्सा नहीं बन पाए थे। हालांकि, मौजूदा टूर्नामेंट में उनकी मौजूदगी में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया है। बुमराह की अगुवाई में तेज गेंदबाजी आक्रमण विरोधियों पर कहर बरपाने में कामयाब हुई है। टी20 विश्व कप 2024 में अर्शदीप सिंह ने भारत के लिए सर्वाधिक 15 विकेट हासिल किए हैं। वहीं, बुमराह को 13 सफलताएं मिली हैं।

 

रोहित-द्रविड़ की जोड़ी साबित हुई कारगर

रोहित शर्मा की कप्तानी और राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम ने टी20 विश्व कप 2022 में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। एडिलेड में खेले गए इस मुकाबले में भारत को करारी 10 विकेट से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। इस हार के बाद भारतीय टीम को आईसीसी के कई टूर्नामेंट्स में भाग लेते देखा गया। रोहित-द्रविड़ के नेतृत्व में टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन किया और फाइनल तक का सफर तय किया है। उम्मीद है कि इस बार दोनों भारत को खिताब दिलाने में कामयाब होंगे।

 

इन चार खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी

पिछले सेमीफाइनल मैच के मुकाबले भारत की प्लेइंग 11 काफी बदली नजर आई। चार खिलाड़ी इस बार टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं। इनमें केएल राहुल, रविचंद्रन अश्विन, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी शामिल हैं। चारों ही खिलाड़ी टी20 विश्व कप 2022 में भारत की इंग्लैंड के खिलाफ हार का सबसे बड़ा कारण रहे थे। केएल राहुल सिर्फ पांच रन बना पाए थे। वहीं, गेंदबाजों को एक भी विकेट नहीं मिला था। चारों अपने नामों के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए थे जिसकी वजह से इंग्लैंड ने 10 विकेट से भारत को कभी न भूलने वाली शिकस्त दी थी।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button