New Delhi

NIA : दिल्ली और हिमाचल में छापेमारी, डंकी रूट से मानव तस्करी के आरोप में दो गिरफ्तार

नई दिल्ली/धर्मशाला :राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मानव तस्करी से जुड़े एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह पर बड़ी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के कई ठिकानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो ‘डंकी रूट’ के जरिए लोगों को अवैध तरीके से विदेश भेजने के आरोपों में संलिप्त पाए गए हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान धर्मशाला, जिला कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) निवासी सन्नी उर्फ सन्नी डोंकर और रोपड़ (पंजाब) निवासी शुभम संधाल उर्फ दीप हुंडी के रूप में हुई है। दोनों वर्तमान में दिल्ली के पीरागढ़ी इलाके में रह रहे थे।

एनआईए के अनुसार, यह कार्रवाई एक बड़े मानव तस्करी रैकेट के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है, जिसमें इससे पहले मार्च में गगनदीप सिंह उर्फ गोल्डी को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी, गोल्डी के नजदीकी सहयोगी बताए जा रहे हैं, जो लंबे समय से इस रैकेट को संचालित कर रहे थे।

जांच एजेंसी को मिले इनपुट के आधार पर पता चला कि सन्नी ने मास्को की एक युवती से विवाह किया था और दोनों की एक छह साल की बेटी भी है। पिछले सात वर्षों में सन्नी और उसकी पत्नी ने कई बार विदेश यात्राएं कीं। इसी दौरान उन्होंने ‘डंकी रूट’ के जरिए लोगों को अमेरिका और अन्य देशों में अवैध रूप से भेजने का धंधा शुरू किया। आरोप है कि इस अवैध गतिविधि के बदले में उन्होंने लाखों रुपये की रकम वसूली और उसका उपयोग अन्य संदिग्ध गतिविधियों में किया।

एनआईए की शुरुआती जांच में सामने आया है कि सन्नी और शुभम ने विदेश भेजने के नाम पर दर्जनों लोगों से बड़ी रकम वसूली और फर्जी दस्तावेजों के सहारे उन्हें डंकी रूट के जरिए अमेरिका, कनाडा और यूरोपियन देशों की सीमा तक पहुंचाने की योजना बनाई। डंकी रूट, मानव तस्करी का वह खतरनाक मार्ग है जिसमें लोग बिना वैध वीजा या दस्तावेजों के समुद्र, जंगल और दुर्गम इलाकों से होकर अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमाएं पार करते हैं।(एनआईए)

जांच में यह भी सामने आया कि सन्नी पर सिर्फ मानव तस्करी ही नहीं बल्कि मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के भी गंभीर आरोप हैं। उसने लोगों से मोटी रकम लेकर उन्हें गुमराह किया और इस पैसे को अपने निजी हितों में खर्च किया। इसके अलावा उसने अपराध से संबंधित साक्ष्यों को भी मिटाने की कोशिश की।

एनआईए ने सन्नी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इसमें धारा 143 (मानव तस्करी में संलिप्तता), धारा 238 (अपराध के साक्ष्य छुपाना या अपराधी को बचाना), धारा 318 (धोखाधड़ी), धारा 61(2) (आपराधिक साजिश रचना) और पंजाब ट्रैवल प्रोफेशनल रेगुलेशन एक्ट की धाराएं शामिल हैं।

इस कार्रवाई के दौरान एनआईए को कई डिजिटल डिवाइस, पासपोर्ट, यात्रा दस्तावेज और वित्तीय लेन-देन से जुड़े प्रमाण भी मिले हैं, जो इस रैकेट के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की ओर इशारा करते हैं। एजेंसी अब इन सुरागों की गहनता से जांच कर रही है ताकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों तक पहुंचा जा सके।

सूत्रों के मुताबिक, एनआईए की टीम जल्द ही उन पीड़ितों की पहचान करेगी, जिन्हें इन आरोपियों ने अवैध तरीके से विदेश भेजा या भेजने की योजना बनाई थी। इसके साथ ही उनके बैंक खातों और प्रॉपर्टी की भी जांच शुरू कर दी गई है, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग के पैटर्न को समझा जा सके।

इस कार्रवाई के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने ट्रैवल एजेंट्स और फर्जी वीजा देने वालों के खिलाफ निगरानी और सख्ती बढ़ा दी है। एनआईए की टीमें देश के अन्य हिस्सों में भी छापेमारी की तैयारी कर रही हैं ताकि इस अवैध गतिविधि को जड़ से समाप्त किया जा सके।

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