
देहरादून/खटीमा, 28 अक्टूबर: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऊधमसिंह नगर जनपद के खटीमा में पूर्वांचल सेवा समिति द्वारा आयोजित सूर्य षष्ठी व्रत महोत्सव (छठ पूजा) में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ महापर्व हमारी सनातन संस्कृति की उज्ज्वल परंपरा का प्रतीक है, जिसमें आस्था, अनुशासन, तपस्या और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है। यह केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि जीवन मूल्यों और पारिवारिक संस्कारों का पर्व है, जो हमें पर्यावरण और प्रकृति के संरक्षण का संदेश देता है।
उन्होंने कहा कि छठ पूजा भारत की महान संस्कृति का प्रमाण है, जिसमें ढलते और उगते दोनों सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाता है — यह अनूठी परंपरा लोक आस्था की गहराई को दर्शाती है। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड तक, देशभर में यह पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज विकास और सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण का प्रतीक बन चुका है। उत्तराखंड सरकार भी प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेकर देवभूमि के सर्वांगीण विकास के लिए कार्यरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खटीमा उनका अपना घर है और यहां की हर गली और हर गांव उनके दिल के करीब है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल और आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं — जिसमें हाईटेक बस स्टैंड, आधुनिक आईटीआई व पॉलीटेक्निक कॉलेज, 100 बेड का नया अस्पताल परिसर और राष्ट्रीय स्तर का खेल स्टेडियम शामिल हैं।उन्होंने कहा कि गदरपुर और खटीमा बाईपास, नौसर पुल निर्माण और क्षेत्र में सड़कों के विस्तृत नेटवर्क से कनेक्टिविटी को नया आयाम मिला है। साथ ही, खटीमा और टनकपुर के बीच भव्य सैन्य स्मारक के निर्माण की घोषणा भी की गई है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि खटीमा राजकीय महाविद्यालय में एमकॉम और एमएससी की कक्षाएं प्रारंभ की गई हैं तथा जनजाति बाहुल्य क्षेत्र में एकलव्य विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खटीमा के विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि नीति आयोग की एसडीजी इंडेक्स रिपोर्ट में उत्तराखंड सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में देश में प्रथम स्थान पर पहुंचा है। राज्य में बेरोजगारी दर में एक वर्ष में 4.4 प्रतिशत की कमी आई है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक संरचना की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित है। इसी के तहत लैंड जिहाद, लव जिहाद और थूक जिहाद जैसी गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। राज्य में सख्त दंगारोधी और धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक नौ हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को लैंड जिहादियों से मुक्त कराया गया है। साथ ही “ऑपरेशन कालनेमि” के माध्यम से सनातन धर्म को बदनाम करने वाले पाखंडियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य हित में सरकार ने कई ऐसे ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं, जिन्हें पूर्ववर्ती सरकारें राजनीतिक कारणों से लंबित छोड़ देती थीं।