पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर में सुरक्षाबलों का बड़ा एक्शन, आतंकियों के घर उड़ाए, दो सहयोगी गिरफ्तार

श्रीनगर: पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद घाटी में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है। शोपियां, पुलवामा और कुलगाम जिलों में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें बम से ध्वस्त किया जा रहा है। वहीं, आतंकियों को पनाह देने वालों के खिलाफ भी लगातार छापेमारी की जा रही है।
अब तक पांच आतंकियों के घर ध्वस्त
सुरक्षा एजेंसियों ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के घरों को चिन्हित कर कार्रवाई शुरू की है। इनमें त्राल निवासी आतंकी आसिफ शेख और बिजबिहाड़ा निवासी आदिल ठोकर के घर शामिल हैं, जिन्हें बृहस्पतिवार रात विस्फोटकों से उड़ाया गया। इन घरों में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद होने के बाद यह कार्रवाई की गई।
दो आतंकी मददगार गिरफ्तार
कुलगाम के कैमोह क्षेत्र में स्थित थोकरपोरा से दो आतंकी सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि ये दोनों आतंकियों को पनाह देने और रसद पहुंचाने का काम कर रहे थे।
पहलगाम हमले के दोषियों की पहचान जारी
बायसरन इलाके में हुए हमले में शामिल तीन आतंकियों की तस्वीरें जारी की गई हैं। इनमें दो पाकिस्तानी और दो स्थानीय आतंकियों की पहचान की गई है। इनमें आसिफ शेख और आदिल ठोकर के नाम प्रमुख हैं। आसिफ 2017-18 में पाकिस्तान जाकर ट्रेनिंग ले चुका है, जबकि आदिल ने 2018 में वाघा बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग ली थी और 2023 में वापस लौटकर सक्रिय हुआ।
परिवार वालों का बयान
आतंकी आसिफ की बहन यासमीना ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उसका भाई 2021 से परिवार के संपर्क में नहीं है और घर में कोई विस्फोटक सामग्री नहीं रखी गई थी। उसने सुरक्षा बलों द्वारा घर को उड़ाए जाने को अन्यायपूर्ण बताया।
शोपियां और कुलगाम में भी कार्रवाई
शोपियां जिले के चोटीपोरा गांव में लश्कर कमांडर शाहिद अहमद कुट्टे का घर भी आईईडी से उड़ा दिया गया। शाहिद बीते चार साल से सक्रिय था और कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहा है। इसी तरह, कुलगाम के क्विमोह में आतंकी जाकिर गनी के घर को भी ध्वस्त किया गया।
“आतंकियों को ढूंढ-ढूंढकर खत्म किया जाएगा” – उपराज्यपाल मनोज सिन्हा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के साथ बैठक के बाद स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई और तेज की जाएगी। उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। सुरक्षाबलों को पूरी छूट दी गई है, और आतंकवाद की चेन को तोड़ने का काम तेजी से किया जा रहा है।
पहलगाम हमले के बाद कश्मीर घाटी में एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद कर दी गई है। सुरक्षाबल न सिर्फ आतंकियों का खात्मा कर रहे हैं, बल्कि उन्हें शरण देने वालों को भी कानून के कठघरे में ला रहे हैं। घाटी में आतंक के खिलाफ यह निर्णायक अभियान माना जा रहा है।