यूपी में आंधी-बारिश से भारी तबाही, 51 लोगों की मौत, बिजली आपूर्ति भी प्रभावित

उत्तर प्रदेश में बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक तेज आंधी और बारिश ने भारी तबाही मचाई। प्रदेशभर में अलग-अलग घटनाओं में अब तक 51 लोगों की जान चली गई है। पेड़ और दीवार गिरने से जानलेवा हादसे हुए, वहीं कई इलाकों में तेज हवाओं के कारण टिन की छतें उड़ गईं और बिजली के खंभे गिरने से विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई।
बुलंदशहर में 89 किमी प्रति घंटे और मेरठ में 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलीं। आगरा, अलीगढ़, और अन्य पूर्वी जिलों में भी हवाओं की गति 50 से 80 किमी प्रति घंटे रही। राजधानी लखनऊ समेत अवध के 12 जिलों में तेज बारिश और आंधी ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया।
राज्य के विभिन्न जिलों से आईं घटनाएं बताती हैं कि अंबेडकरनगर, अमेठी, अयोध्या, आगरा, कासगंज, एटा, फिरोजाबाद, टूंडला, मुरादाबाद, कानपुर, फतेहपुर, औरैया, कन्नौज, इटावा, झांसी, चित्रकूट, आजमगढ़, हाथरस, अलीगढ़, मेरठ और बागपत सहित कई इलाकों में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। ब्रज क्षेत्र में ही 17 लोगों की जान चली गई, जबकि बुंदेलखंड में भी कई जानें गईं।
लखनऊ मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, शुक्रवार को भी प्रदेश के 65 से अधिक जिलों में तेज हवाएं और बारिश की संभावना है। कुछ क्षेत्रों में वज्रपात की भी चेतावनी जारी की गई है। शनिवार से अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण बारिश की तीव्रता और बढ़ सकती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रभावित जिलों के प्रशासन को तत्काल राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जनहानि, पशुहानि और फसल क्षति की भरपाई के लिए तुरंत सर्वे और मुआवजा वितरण के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था और राहत कार्यों की निगरानी के निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं।