
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक बार फिर भाजपा पर सियासी हमला बोला है। गंगा सम्मान यात्रा के शुभारंभ के मौके पर उन्होंने न सिर्फ भाजपा की त्रिवेंद्र और धामी सरकारों को “झूठ की उपज” बताया, बल्कि यह भी कहा कि “भाजपा में इतनी हिम्मत नहीं कि मुझ पर मुकदमा कर सके।”
हरीश रावत ने मुखवा गांव से मां गंगा के शीतकालीन गद्दी स्थल से गंगा सम्मान यात्रा शुरू की और एक काला कागज हाथ में लेकर दो तीखे सवाल उठाए। उनका कहना था कि भाजपा ने 2017 और 2022 दोनों चुनावों में “झूठ की राजनीति” से सत्ता पाई, लेकिन अब तक उनके किसी भी बयान को लेकर कोई मुकदमा नहीं किया गया, क्योंकि भाजपा जानती है कि सच सामने आ जाएगा।
काले कागज पर लिखे दो प्वॉइंट –
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मुस्लिम यूनिवर्सिटी
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शुक्रवार (जुम्मा) की छुट्टी
हरीश रावत ने कहा कि भाजपा ने जनता को डराने के लिए कांग्रेस पर झूठे आरोप लगाए कि अगर वे सत्ता में आए तो मुस्लिम यूनिवर्सिटी खोली जाएगी और जुम्मे की छुट्टी लागू की जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि उन्होंने कभी ऐसा कोई बयान नहीं दिया और न ही किसी अखबार या डिजिटल मीडिया में ऐसा कुछ छपा है।
पूर्व सीएम ने कहा कि आज की राजनीति विचार और सच्चाई से नहीं, झूठ और भ्रम से चल रही है। उन्होंने कहा कि गंगा और उसकी सहायक नदियों के साथ जो पर्यावरणीय खिलवाड़ हो रहा है, वह चिंताजनक है। अंधाधुंध कटान और नदी किनारे की लूट के खिलाफ ही उन्होंने यह यात्रा शुरू की है।
रावत ने कहा कि धामी और त्रिवेंद्र सरकारें झूठ पर आधारित सरकारें हैं। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा को लगता है कि वह सही है, तो मुकदमा करें, क्योंकि अदालत में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
इस मौके पर कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नेगी, दर्शन लाल, शांति ठाकुर, आनंद रावत, घनानंद नौटियाल, विजेंद्र नौटियाल, प्रदीप सुमन रावत आदि मौजूद रहे। रावत की इस गंगा सम्मान यात्रा में करीब 40 से 45 कार्यकर्ता भी उनके साथ हैं।