उत्तराखंडपर्यटन

चारधाम यात्रा में पहले 15 दिन नही होंगे VIP दर्शन

उत्तराखंड

Chardham Yatra 2024 धामों में दर्शन को लेकर यात्रियों के उत्साह को देखते हुए निर्णय लिया गया है कि यात्रा के पहले 15 दिन वीआइपी दर्शन नहीं होंगे। मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने कहा है कि 15 दिनों विशेष रूप से केदारनाथ में वीवीआइपी दर्शनों को जितना हो सके टाला जाए। इस संबंध में हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को भी सूचित किया जा रहा है।

Chardham Yatra 2024: चारधाम यात्रा को लेकर राज्य सरकार की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। धामों में दर्शन को लेकर यात्रियों के उत्साह को देखते हुए निर्णय लिया गया है कि यात्रा के पहले 15 दिन वीआइपी दर्शन नहीं होंगे।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की ओर से सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि यात्रा के आरंभिक 15 दिनों, विशेष रूप से केदारनाथ में, वीवीआइपी दर्शनों को जितना हो सके टाला जाए। इस संबंध में हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को भी सूचित किया जा रहा है।

 

चुनावी व्यस्तता के बावजूद मुख्यमंत्री धामी यात्रा तैयारियों की नियमित मानिटरिंग कर रहे हैं और अधिकारियों से नियमित रूप से संपर्क में हैं। इस बीच मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे और बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय के साथ यात्रा व्यवस्था बेहतर करने को लेकर चर्चा की। मुख्यमंत्री के अनुमोदन के पश्चात निर्णय लिया गया कि यात्रा के पहले 15 दिन वीआइपी दर्शन नहीं होंगेे।

गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान हेली सेवाओं के टिकटों की कालाबाजारी एवं ठगी जैसी घटनाएं न हों, इसके लिए इस बार केवल आइआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट से टिकटों की बुकिंग की व्यवस्था है।

उन्होंने बताया कि सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक सड़क पांच से आठ मीटर चौड़ी की गई है। केदारनाथ में 20 जगह पार्किंग की व्यवस्था है, जहां 1495 वाहन पार्क हो सकेंगे। वाहनों की निगरानी को एप भी बनाया गया है।

 

700 सफाई कर्मी रहेंगे तैनात

यात्रा मार्गों पर सफाई व्यवस्था को 700 कर्मियों की डयूटी लगाई गई है। पहली बार चार नए हाईटेक माड्यूलर शौचालय व इतने ही नए मोबाइल माड्यूलर शौचालय की व्यवस्था की गई है।

घोड़े खच्चरों को निगरानी में रखा जाएगा

यात्रा मार्गों पर संचालित 4000 घोड़े-खच्चर प्रशासन की निगरानी में रहेंगे। हाकर के लिए पहली बार पहचान पत्र जारी किए जाएंगे। 30 टन क्षमता का वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट सोनप्रयाग में बनाने के साथ ही डंपिंग ग्राउंड बनाया गया है। इस बार रोस्टर प्रणाली से संचालन होगा। घोड़े-खच्चरों के लिए 24 घंटे पानी की 15 चरी संचालित होंगी। 197 की क्षमता की दो डोरमेट्री बनाई गई हैं।

स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई जायेंगी

इस बार पांच एंबुलेंस की तैनाती के साथ ही तीन गोल्फ कार्ट तैनात की जा रही हैं। स्थानीय व्यवस्था को न छेड़ते हुए सभी चिकित्सकों की व्यवस्था इसके अतिरिक्त की जा रही है। लगभग 18 जगह स्वास्थ्य जांच केंद्र संचालित किए जाएंगे।

 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button