उत्तराखंड

देहरादून: पेयजल सचिव ने किया पेयजल निर्माणधीन योजनाओं का निरीक्षण

समयावधि पर कार्यो को पूर्ण करने के दिए निर्देश

Dehradun: Drinking water secretary inspected the drinking water schemes under construction

गर्मी में पानी की समस्या को देखते हुए अभी से तैयारियों शुरू

देहरादून। आगामी ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए पेयजल एवम स्वच्छता विभाग ने अभी से तैयारियों शुरू कर दी है।  कार्यदायी संस्थाएं उत्तराखंड जल संस्थान एवं उत्तराखंड पेयजल निगम के अधिकारियो को जल जीवन मिशन के अन्तर्गत शीघ्रता के साथ पेयजल योजनाओं का निर्माण सुनिश्चित करने को कहा है ताकि उपभोक्ताओं को समुचित मात्रा में पेयजल उपलब्ध हो सके।

पेयजल सचिव नितेश कुमार झा ने सोमवार को विकासखण्ड सहसपुर में जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत निर्माणधीन घंघोडा, हरियावाला खुर्द, बख्तावरपुर ग्राण्ट, लक्ष्मीपुर, सहपुर एवं खुशहालपुर पेयजल योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। जिसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए।

उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित समयावधि मे जल जीवन मिशन के लक्ष्यों की प्रतिपूर्ति हेतु कार्यो के कार्यान्वयन में शीघ्रता लाए, इसके साथ ही जल जीवन मिशन के अन्तर्गत निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं के कार्य निर्धारित गुणवता के अनुसार क्रियान्वित करने को कहा है। पेयजल सचिव ने कहा कि उपभोक्ताओं को आपूर्ति किये जा रहे पेयजल की गुणवता जल जीवन मिशन के अन्तर्ग निर्धारित मानकों के अनुरूप सुनिश्चित की जाये। इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री हेल्प लाईन अथवा अन्य विभिन्न स्तरों से प्राप्त शिकायतों के त्वरित निस्तारण हेतु कार्यवाही करने को  कहा है।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिक से अधिक क्षेत्र भ्रमण कर निर्माणाधीन पेयजन योजनाओं के निर्माण कार्यों में गुणवता सुनिश्चित करते हुए आम जनमानस की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने के निर्देश दिए है।

उन्होंन कहा कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रस्तावित स्रोत संवर्धन एवं ग्रे वाटर मैनेजमेंट के कार्यो को 15वें वित्त आयोग की धनराशि के प्राथमिकता के आधार पर कार्यान्वित लिए जाने हेतु पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को निर्देशत किया है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्मित पेयजल योजनाओं का संचालन एवं रखरखाव भविष्य में ग्राम पंचायत उपभोक्ता उपसमितियों द्वारा ही किया जाना है।

सचिव द्वारा स्थानीय ग्राम प्रधानों, उपभोक्ताओ एवं जनमानस की सहभागिता से ही पेयजल योजना के कार्यो का क्रियान्वन किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। ग्राम प्रधान/उपभोक्ता भली भांति उनके गांव में निर्मित की जा रही पेयजल योजनाओं की गुणवत्ता एवं निर्मित संरचनाओं सेे परिचित हों जिससे कि भविष्य में उन्हें परेशानियां न हों।

क्षेत्र भ्रमण के दौरान राज्य जल एवं  स्वच्छता मिशन के अधिकारियों  के साथ-साथ पंचायती राज विभाग एवं उत्तराखण्ड जल संस्थान तथा उत्तराखण्ड पेयजल निगम के विभागीय अधिकारी,अभियन्ता उपस्थित थे।

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