
देहरादून: दिल्ली में हाल ही में हुए धमाके के बाद जांच एजेंसियों ने अपनी कार्रवाई को कई राज्यों तक विस्तारित कर दिया है। जांच के दौरान एजेंसियां आतंकियों के नेटवर्क की कड़ियों का पीछा करते हुए उत्तराखंड तक पहुंचीं, जहां से कई अहम सुराग मिलने की जानकारी सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
खुफिया सूत्रों का कहना है कि उत्तराखंड पहले भी आतंकियों के निशाने पर रहा है। 1990 के दशक से अब तक कई बार खालिस्तानी नेटवर्क सहित विभिन्न आतंकी संगठनों की गतिविधियों का खुलासा इस पहाड़ी राज्य में हो चुका है। हर बार एजेंसियों ने सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के बल पर इन नेटवर्क को ध्वस्त किया है।
सूत्रों का यह भी कहना है कि राज्य के कुछ सीमावर्ती और धार्मिक पर्यटन स्थलों का दुरुपयोग छिपने या नेटवर्क सक्रिय करने के लिए किए जाने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल जांच एजेंसियां संदिग्धों से पूछताछ कर संभावित संपर्कों और फंडिंग नेटवर्क की गहन पड़ताल कर रही हैं।
जांच टीमें स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर उन क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं जहां आतंकियों की आवाजाही की जानकारी मिली है। एजेंसियों का मानना है कि उत्तराखंड में कुछ दिनों तक ठिकाना बनाने के बाद आरोपी दिल्ली और आसपास के इलाकों में वारदात को अंजाम देने की योजना बना सकते थे।
अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल मामले से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां साझा नहीं की जा सकतीं, लेकिन जांच में तेजी लाई गई है और कुछ ठोस सुराग मिलने का दावा किया गया है।