
देहरादून 10 अक्टूबर 2025: देहरादून के आईटी पार्क में नाबार्ड उत्तराखंड क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा आयोजित ‘सेब महोत्सव 2.0’ ने किसानों और ग्राहकों के बीच की दूरी कम कर दी है। इस आयोजन में प्रदेश के पर्वतीय इलाकों से आए किसानों ने अपने सेब, कीवी और अन्य जैविक उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई।
महोत्सव में हर्षिल घाटी के रॉयल, रेड और गोल्डन डिलीशियस सेब, कपकोट की कीवी, जूस, अचार, राजमा, अखरोट, हथकरघा उत्पाद और जड़ी-बूटियां आकर्षण का केंद्र बनीं। आम जनता ने इन उत्पादों को न केवल देखा बल्कि सीधे किसानों से खरीददारी भी की।
कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी और नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक पंकज यादव ने किया। इस अवसर पर मंत्री जोशी ने कहा कि सेब महोत्सव केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि किसानों की मेहनत और कृषि नवाचार का उत्सव है। उन्होंने इसे उत्तराखंड की कृषि क्षमता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बताया।
मंत्री जोशी ने कहा कि इस तरह के आयोजन किसानों को सीधे उपभोक्ताओं से जोड़ते हैं, जिससे उन्हें उचित मूल्य मिलता है और उनकी आय में सीधी बढ़ोतरी होती है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि आगामी आयोजनों में कृषि और उद्यान के अन्य उत्पादों को भी शामिल किया जाए।
नाबार्ड के अधिकारियों ने बताया कि संस्था राज्य के किसानों को वित्तीय सहायता और तकनीकी सहयोग प्रदान कर रही है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। इस आयोजन में डिजिटल भुगतान प्रणाली को भी बढ़ावा दिया गया ताकि किसान और ग्राहक दोनों को पारदर्शी लेनदेन का अनुभव मिल सके।
‘सेब महोत्सव 2.0’ का उद्देश्य केवल बिक्री नहीं, बल्कि किसानों को नए बाजार अवसरों और नवाचारों से जोड़ना है, जिससे उत्तराखंड के कृषि क्षेत्र को नई दिशा मिल सके।