Car Accident : नशे में धुत फिल्म निर्देशक की बेकाबू कार ने ली जान, 8 घायल

कोलकाता, ठकुरपुकुर। रविवार सुबह का वक्त था, बाजार में लोग रोजमर्रा की खरीदारी में लगे थे, जब अचानक एक तेज रफ्तार कार भीड़ को चीरती हुई अंदर घुस आई। कुछ ही सेकंड में एक की मौत और 8 लोग घायल हो चुके थे। इस दिल दहला देने वाली घटना का आरोपी कोई आम व्यक्ति नहीं, बल्कि एक फिल्म और टेलीविजन निर्देशक सिद्धांत दास हैं, जो नशे में धुत होकर कार चला रहे थे।
घटना 6 अप्रैल को सुबह करीब 9 बजे की है। कोलकाता के ठकुरपुकुर इलाके में यह भीषण दुर्घटना हुई, जब सिद्धांत दास ने तेज रफ्तार में अपनी कार को बाजार की ओर मोड़ा और सीधे लोगों पर चढ़ा दी। लोग सब्ज़ी, राशन खरीद रहे थे, कुछ दुकान चला रहे थे—किसी को अंदाज़ा नहीं था कि अगली ही पल उनकी ज़िंदगी उलट जाएगी।
घटना के तुरंत बाद गुस्साई भीड़ ने कार को घेर लिया। पुलिस के आने से पहले ही लोगों ने ड्राइवर सिद्धांत दास को कार से खींच निकाला और जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू में लिए और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
कार की तलाशी के दौरान चार शराब की बोतलें बरामद हुईं, जिससे यह साफ हो गया कि हादसे के वक्त सिद्धांत नशे में थे। कार में दो महिलाएं भी मौजूद थीं—एक को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि दूसरी महिला मौके से फरार हो गई।
इस दर्दनाक हादसे में 63 वर्षीय सब्ज़ी विक्रेता अमीनुर रहमान की मौके पर ही मौत हो गई। 68 वर्षीय जॉयदेब मजूमदार गंभीर रूप से घायल हुए हैं और ICU में ज़िंदगी के लिए जूझ रहे हैं। बाकी घायलों का भी इलाज चल रहा है।
इस घटना ने एक बार फिर नशे में गाड़ी चलाने, सड़क सुरक्षा, और सार्वजनिक स्थानों पर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक सृजनात्मक और जिम्मेदार पेशे में होने के बावजूद सिद्धांत दास की यह हरकत बताती है कि लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना व्यवहार किसी की भी जान ले सकता है।
ठकुरपुकुर बाजार के दुकानदार और स्थानीय लोग अभी भी इस हादसे के बाद डर और गुस्से में हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और ऐसे मामलों में ज़ीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाए।