उत्तराखंडगुप्तकाशी

सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिए राज्य में होगी विशेष परिषद: मुख्यमंत्री धामी

गुप्तकाशी, 16 अक्टूबर: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुप्तकाशी में चतुर्थ सीमांत पर्वतीय बाल विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ करते हुए घोषणा की कि सीमांत जिलों में सुविधाओं और सेवाओं के विस्तार के लिए राज्य में सीमांत क्षेत्र विकास परिषद का गठन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमांत जिलों में नवाचार केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जहाँ आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी जानकारी और प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने बच्चों से संवाद करते हुए जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक जल संसाधन, आपदा प्रबंधन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और ऊर्जा संरक्षण जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया।

धामी ने बताया कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के नवाचारों के माध्यम से भारत नई ऊँचाइयाँ छू रहा है और देहरादून में बनने वाली देश की पाँचवीं साइंस सिटी उत्तराखण्ड के लिए बड़ी उपलब्धि साबित होगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रूद्रप्रयाग जिले में आपदा प्रबंधन केंद्र के निर्माण के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए और पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, बणसू जाखधार में विभिन्न कार्यों हेतु 50 लाख रुपये की घोषणा की।

कार्यक्रम में सीमांत क्षेत्र के उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, उद्यमी इंद्र सिंह रावत और सीमांत सेवा फाउंडेशन के डॉ. पाटनी को सम्मानित किया गया। इसके अलावा, यूकॉस्ट रुद्रप्रयाग डैशबोर्ड पुस्तक का विमोचन भी किया गया, जो विभिन्न विभागों की योजनाओं से जुड़ी सूचनाएँ एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराएगी।

बाल विज्ञान महोत्सव की थीम “जलवायु परिवर्तन अनुकूलन रणनीतियाँ एवं आपदा जोखिम प्रबंधन” है, जिसका उद्देश्य बच्चों और युवा प्रतिभाओं में जागरूकता और नवाचार को बढ़ावा देना है।

कार्यक्रम में विधायक केदारनाथ आशा नौटियाल, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम कठैत, महिला बाल विकास उपाध्यक्ष ऐश्वर्या रावत, भाजपा जिला अध्यक्ष भारत भूषण भट्ट, यूकॉस्ट महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत, जिलाधिकारी प्रतीक जैन, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे और अन्य अधिकारी एवं नागरिक उपस्थित रहे।

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