एमजीपी कॉलेज खेल मैदान स्टेडियम के रूप में होगा विकसित

उझानी
महात्मा गांधी पालिका (एमजीपी) कॉलेज के खेल मैदान में दर्शकों को बैठने के लिए बेहतर सुविधा मिलेगी। वह क्रिकेट मैच के दौरान जहां चौकों-छक्कों का लुत्फ उठाएंगे, वहीं फुटबॉल खिलाड़ियों को गोल करते हुए भी करीब से देखेंगे। इसके लिए मैदान में दर्शक दीर्घा और खिलाड़ियों के लिए ड्रेसिंग रूम का काम अगले महीने से शुरू होने के आसार हैं।
कॉलेज के मैदान पर क्रिकेट, फुटबॉल, बालीबॉल आदि के बड़े आयोजन कराने वाली कमेटियों के पदाधिकारियों की मांग पर केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने फरवरी में राज्यसभा सांसद निधि से इसके लिए 30 लाख रुपये भी स्वीकृत कर दिए थे, लेकिन लोकसभा चुनाव की अधिसूचना लागू हो जाने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई थी।बताते हैं कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद जैसे ही अधिसूचना समाप्त होगी, उसके बाद खेल मैदान में दर्शक दीर्घा और खिलाड़ियों के लिए ड्रेसिंग रूम का निर्माण शुरू होने के आसार हैं। इसको लेकर खेलकूद प्रतियोगिता कराने वाले आयोजक भी उत्साहित नजर आ रहे हैं। बता दें कि इसी मैदान पर जिले के ओलंपिक खेल के अलावा माध्यमिक और बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों की जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताएं हो चुकी हैं।कॉलेज के मैदान पर चौके-छक्के मार चुके हैं क्रिकेटर रिंकू सिंह
एमजीपी कॉलेज के मैदान पर क्रिकेट के प्रदेश स्तरीय तीन-चार टूर्नामेंट आयोजित हो चुके हैं। पिछली बार पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की जयंती पर क्रिकेट टूर्नामेंट हुआ था। वर्ष- 2018 में टूर्नामेंट में अलीगढ़ निवासी क्रिकेटर रिंकू सिंह ने भी चौके-छक्के जड़े थे। इसके बाद रिंकू पहले आईपीएल, फिर भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बन गए। रिंकू जिस टीम के साथ खेले, उसमें शामिल स्थानीय क्रिकेटर जोंटी शर्मा बताते हैं कि इसी खेल मैदान से कई प्रतिभाएं अपने प्रदर्शन के जरिये चमक चुकी हैं।मैदान में पहले से हैं ये व्यवस्थाएं
नगर पालिका परिषद से जुड़े एमजीपी कॉलेज के मैदान पर पहले से ही जो व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं, उनमें रात में फुटबॉल खेलने के लिए खंभों पर एलईडी लाइटें, सुलभ शौचालय, शीतल पेयजल की सुविधा के अलावा बाउंड्री के आसपास सीमेंट से बनीं बेंच हैं। खिलाड़ी यहां देर रात तक फुटबॉल भी खेलते हैं।
फुटबॉल खिलाड़ियों के प्रोत्साहन को उन्होंने एमजीपी कॉलेज के मैदान पर पांच- छह बार टूर्नामेंट कराए हैं। मैदान को स्टेडियम की तरह विकसित किए जाने का विचार जब मन में आया तो अन्य साथियों से भी चर्चा की थी। खिलाड़ियों को चमकने का मौका मिलेगा।- अरुण अग्रवाल, जिलाध्यक्ष, फुटबॉल संघ
मैं खुद भी क्रिकेटर हूं। उझानी प्रीमियर लीग टूर्नामेंट जब हुआ, वह भी अपनी टीम का हिस्सा बने। चूंकि मैदान में अभी और सुविधाओं की जरूरत महसूस की जा रही थी, सो खेल प्रेमियों की पहल पर जल्द ही कायाकल्प होने वाला है। दर्शक भी खेलकूद का लुत्फ उठाएंगे।- योगेश प्रताप सिंह, क्रिकेटर
इस खेल मैदान पर जो भी क्रिकेट के बड़े आयोजन हुए हैं, उसे सफल बनाने में मेरा भी योगदान रहा। स्वयंसेवी संस्था के बैनर तले प्रदेश स्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट यादगार रहा था। तीरंदाजी प्रतियोगिता का भी सफल आयोजन इसी मैदान पर कराया गया।- किशनचंद्र शर्मा, चेयरमैन, गूंज
गूंज सामाजिक जनकल्याण शिक्षा समिति के तत्वावधान में क्रिकेट के तीन बड़े आयोजन कराए हैं। ओलंपिक खेलकूद इसी मैदान पर कराके छात्र खिलाड़ियों को चमकने का प्लेटफार्म भी मुहैया कराया। स्टेडियम की तरह विकसित होने का लाभ खिलाड़ियों को मिलेगा।- राजन मेंदीरत्ता, जिलाध्यक्ष, ओलंपिक संघ