
देहरादून, 22 अक्टूबर: राजधानी देहरादून से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिस पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है। डालनवाला क्षेत्र के आराघर स्थित मदर केयर सेंटर (सिंह आई हॉस्पिटल) में 26 वर्षीय महिला की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगे हैं। मृतका के परिजनों ने अस्पताल परिसर में शव रखकर हंगामा किया और हत्या जैसी लापरवाही का आरोप लगाया।
जानकारी के अनुसार, ज्योति प्रज्वल (26) निवासी लखीबाग ने 29 जनवरी को मदर केयर अस्पताल में ऑपरेशन के जरिए बेटे को जन्म दिया था। चार दिन बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। लगभग दस दिन बाद ज्योति के पेट में तेज दर्द शुरू हुआ, लेकिन डॉक्टर कारण नहीं बता सके। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उन्हें दोबारा उसी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उन्हें ग्राफिक एरा अस्पताल रेफर किया गया।
चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि सर्जरी के दौरान ज्योति के पेट में इस्तेमाल की गई पट्टी रह गई थी, जिससे गंभीर संक्रमण फैल गया और उनकी मृत्यु हो गई।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने मामले में संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) देहरादून मनोज शर्मा से फोन पर बातचीत कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएमओ ने बताया कि जांच पूरी होने तक सिंह आई हॉस्पिटल और मदर केयर सेंटर का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
कुसुम कंडवाल ने कहा कि यह मामला अत्यंत गंभीर है। यदि महिला की मृत्यु अस्पताल की लापरवाही से हुई है तो यह निंदनीय है। आयोग द्वारा विशेष जांच टीम गठित की जाएगी जो पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करेगी। दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
वर्तमान में प्रशासनिक जांच जारी है। महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि आयोग और सरकार पीड़ित परिवार के साथ हैं तथा सभी दोषियों के खिलाफ नियमानुसार दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।